भारत की खुदरा मुद्रास्फीति में गिरावट, अगस्त में रही 6.69%
नई दिल्ली। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा 14 सितंबर को जारी आंकड़ों के अनुसार देश में उपभोक्ता मुद्रास्फीति अगस्त में 6.69 प्रतिशत पर आ गई, जो पिछले महीने में 6.73 प्रतिशत थी। सरकार की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक खुदरा महंगाई दर में मामूली गिरावरट देखने को मिली है। अगस्त में संयुक्त खाद्य मूल्य मुद्रास्फीति (सीएफपीआई) जुलाई में 9.27 प्रतिशत (संशोधित) के मुकाबले 9.05 प्रतिशत रही।
सब्जियों में मुद्रास्फीति जुलाई में 11.29 प्रतिशत के मुकाबले अगस्त में 11.41 प्रतिशत पर आ गई। ईंधन और लाइट सेगमेंट में मुद्रास्फीति अगस्त में 3.10 प्रतिशत हो गई, जो जुलाई में 2.80 प्रतिशत थी। अंडों, मांस और मछली की मुद्रास्फीति 6.23 फीसद पर थी। इस दौरान आलू के दाम 82.93 फीसद बढ़े। हालांकि, प्याज 34.48 फीसद सस्ता हुआ।
रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति की समीक्षा करते समय मुख्य रूप से खुदरा मुद्रास्फीति पर गौर करता है। सरकार ने केंद्रीय बैंक को खुदरा मुद्रास्फीति दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ 4 प्रतिशत पर रखने का जिम्मा सौंपा है। सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई दर 0.16 फीसदी दर्ज की गई है जो कि इससे पूर्व महीने में शून्य से नीचे थी। थोक महंगाई दर जुलाई में ऋणात्मक (-) 0.58 फीसदी दर्ज की गई थी।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के मुताबिक, थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर अगस्त महीने में 0.16 फीसदी रही जबकि पिछले साल इसी महीने में 1.17 फीसदी दर्ज की गई थी। डब्ल्यूपीआई खाद्य सूचकांक आधारित खाद्य पदार्थो की सालाना थोक महंगाई दर अगस्त में 4.07 फीसदी दर्ज की गई जबकि एक महीने पहले जुलाई में यह 4.32 फीसदी दर्ज की गई थी।
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