फोर्टिस के सह-संस्थापक शिविंदर सिंह ने अपने बड़े भाई के खिलाफ ठोका मुकदमा
नई दिल्ली। फोर्टिस हेल्थकेयर के को-फाउंडर और रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटर अरबपति शिविंदर सिंह ने अपने बड़े भाई मलविंदर मोहन सिंह और और रेलिगेयर के पूर्व प्रमुख सुनील गोधवानी के खिलाफ नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यून में एक केस फाइल किया है। यह केस आरएचसी होल्डिंग, रेलिगेयर और फोर्टिस में उत्पीड़न और कुप्रबंधन को लेकर दायर किया गया है। हालांकि अभी तक इस पूरे प्रकरण में मलविंदर मोहन सिंह की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
शिविंदर सिंह ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि वह अपने भाई से अलग होकर अपना अलग रास्ता पकड़ने जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मलविंदर और गोधवानी ने लगातार उनकी कंपनियों और शेयरधारकों के हितों को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने कहा कि वह लंबे समय से यह कार्रवाई करना चाहते थे लेकिन इस उम्मीद में रुके हुए थे कि सद्बुद्धि आएगी और पारिवारिक विवाद का एक नया अध्याय नहीं लिखना पड़ेगा।
2017-18 की वार्षिक रिपोर्ट में कंपनी ने कहा, जांच रिपोर्ट में सामने आए तथ्यों को ध्यान रखते हुए बोर्ड बाहरी एजेंसी की नियुक्ति करेगा। प्रक्रियाओं को मजबूत करने और गवर्नेस फ्रेमवर्क को सुदृढ़ करने के लिए यह एजेंसी आंतरिक नियंत्रण व्यवस्था और अनुपालन पर नजर रखेगी।
आपको बताते चलें कि, सिंह भाइयों ने इस साल फरवरी में फोर्टिस हेल्थकेयर के बोर्ड से निदेशकों के रूप में इस्तीफा दे दिया था। उनके यह इस्तीफे दाइची-रैनबैक्सी विवाद के बाद आए थे। जिसमें दिल्ली हाईकोर्ट ने दोनों भाई को 3500 करोड़ रुपए दाइटी को देने के आदेश दिए थे।