पीएम मोदी के मेक इन इंडिया को सफल बनाएगी चाइनीज कंपनी, चीन की वजह से भारत में होंगी 50,000 नौकरियां
चीन की स्मार्टफोन कंपनी श्योमी ने भारत में अपना बेस बनाने की ख्वाहिश जताई है। अगर चीन की कंपनी यह सफलता हासिल कर लेती है तो भारत में 2.5 बिलियन डॉलर के निवेश के साथ ही यहां पर 50,000 नौकरियों के अवसर भी पैदा हो सकेंगे।
बीजिंग। चीन की स्मार्टफोन कंपनी श्योमी ने भारत में अपना बेस बनाने की ख्वाहिश जताई है। अगर चीन की कंपनी यह सफलता हासिल कर लेती है तो भारत में 2.5 बिलियन डॉलर के निवेश के साथ ही यहां पर 50,000 नौकरियों के अवसर भी पैदा हो सकेंगे। न सिर्फ रोजगार बल्कि कंपनी के इस कदम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मेक इन इंडिया' अभियान को भी सफलता हासिल हो सकेगी। पीएम मोदी खुद भी भारत को एक ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के तौर पर देखना चाहते हैं। वह चाहते हैं कि भारत में निवेश के मौके आएं और जिससे दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में नौकरियों के ज्यादा से ज्यादा अवसर पैदा हो सकें।
2.5 बिलियन डॉलर का निवेश
केंद्र सरकार ने एक ब्लूप्रिंट तैयार किया है जिसके जरिए स्मार्टफोन की कंपनी को बढ़ावा मिल सके। पिछले हफ्ते सरकार की ओर से घोषणा की गई थी कि स्मार्टफोन के अहम हिस्से जैसे प्रिंटेड सर्किट बोर्ड समेत कई और कंपोनेंट्स पर 10 प्रतिशत ड्यूटी लगाएगी। श्योमी की टक्कर कोरियन कंपनी सैमसंग के साथ है और श्योमी भारत में सैमसंग के बड़े बाजार पर कब्जा करना चाहती है। सोमवार को एक समिट के दौरान इसने अपने 50 ग्लोबल सप्लायर्स के साथ हिस्सा लिया जिसमें कई अहम भारतीय अधिकारी भी शामिल थे। अगर पचासों सप्लायर्स ने भारत में अपना संचालन शुरू कर दिया तो फिर भारत में 2.5 बिलियन डॉलर का निवेश आ सकेगा। खुद श्योमी ने इसकी पुष्टि की है। श्योमी के भारत में पहले ही छह मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स हैं और भारत श्योमी के लिए सबसे बड़ा मार्केट है।