कैसे करें चीनी उत्पादों का बहिष्कार? Swiggy, फ्लिपकार्ट और ओला जैसी कई भारतीय कंपनियों में लगा है चीन का पैसा
नई दिल्ली: पिछले डेढ़ महीने से लद्दाख में चीन सीमा पर विवाद जारी है। सोमवार को ये विवाद अपने चरम पर पहुंच गया। इस दौरान हुई झड़प में भारतीय सेना के कमांडिंग ऑफिसर समेत 20 जवान शहीद हो गए। सीमा विवाद शुरू होने के बाद से ही चीनी उत्पादों के बहिष्कार की मुहिम चल रही है, लेकिन चीन का बहिष्कार इतना आसान नहीं है, क्योंकि पेटीएम, स्विगी, फ्लिपकार्ट समेत कई बड़ी भारतीय कंपनियों में चीन का पैसा लगा है।
एंट फाइनेंशियल ने किया बड़ा निवेश
चीनी कारोबारी जैक मा के स्वामित्व वाली कंपनी एंट फाइनेंशियल ने भारत के कई बड़े स्टार्टअप्स में निवेश किया है। जिसमें पेटीएम, स्नैपडील जैसी ऑनलाइन कंपनियां भी शामिल हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक देश की 7 बड़ी कंपनियों में 2.7 अरब डॉलर का निवेश जैक मा की कंपनी ने किया है। हाल ही में पेटीएम ने पेटीएम मॉल नाम से नए बिजनेस की शुरूआत की थी। उसमें भी जैक मा ने पैसा लगा दिया। नवंबर 2019 में एंट फाइनेंशियल ने कहा था कि वो भारत और दक्षिण पूर्व एशिया में स्टार्टअप्स में नए निवेश के लिए एक बिलियन डॉलर जुटाने की कोशिश कर रहा है।
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फ्लिपकार्ट में टेंसेंट का निवेश
आप आए दिन फ्लिपकार्ट, स्विगी से सामान मंगाते हैं और ओला की सवारी भी करते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि इन कंपनियों में भी चीनी निवेश है। एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन की बड़ी कंपनी टेंसेंट ने फ्लिपकार्ट, स्विगी और ओला जैसी 15 भारतीय कंपनियों में 2 अरब डॉलर का निवेश किया है। इसमें खाता बुक, माई गेट, पॉलिसी बाजार और उड़ान जैसी कंपनियां भी शामिल हैं। इसके साथ ही टेंसेंट की कई अन्य भारतीय कंपनियों में निवेश की बात चल रही है।
17 कंपनियों में शुनवेई कैपिटल का निवेश
चीनी कंपनी शुनवेई कैपिटल ने भारत की 17 कंपनियों में 129 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। जिसमें जोमैटो, Meesho, शेयर चैट शामिल हैं। इसी तरह एक अन्य चीनी कंपनी 'फोसुन ग्रुप' ने भी भारत में निवेश में काफी दिलचस्पी दिखाई है। इस कंपनी की स्थापना 2013 में हुई थी। इसके बाद से इस कंपनी ने 12 भारतीय स्टार्टअप्स में करीब 85 मिलियन डॉलर का निवेश किया है।
8 कंपनियों में Xiaomi का पैसा
Xiaomi चीन की स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी है। पिछले कुछ सालों में इसने भारतीय बाजार में अपनी पकड़ काफी मजबूत की है। इसके फोन्स की भारत में जमकर बिक्री हुई थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक अब तक Xiaomi ने 8 भारतीय कंपनियों में करीब 61 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी मनु कुमार जैन ने कुछ साल पहले कहा था कि Xiaomi 100 भारतीय स्टार्टअप में 6,000 करोड़ रुपये का निवेश करना चाहती है।
हिल हाउस कैपिटल
हिल हाउस कैपिटल ने भारत में अपने निवेश को मजबूत कर लिया है। अब तक कंपनी ने 165 मिलियन डॉलर का निवेश भारतीय कंपनियों में किया है। जिसमें स्विगी, उड़ान जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं। 2014 में हिल हाउस कैपिटल ने CarDekho में 50 मिलियन डॉलर का निवेश किया था। इसी तरह दूसरी चीनी कंपनी टीआर कैपिटल ने भी फ्लिपकार्ट, लेंसकार्ट और बिग बास्केट जैसी 9 कंपनियों में 111 मिलियन डॉलर का निवेश किया है।
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