चीन की कंपनी Alibaba ने मायूसी में लिया बड़ा फैसला, भारत में निवेश को लेकर अब ये है प्लान
नई दिल्ली- चीन की बड़ी कंपनी अलीबाबा ने आने वाले समय में भारत में निवेश के इरादे को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। दरअसल, चीन की कंपनियों के लिए अब देश में ऑटोमेटिक रूट से निवेश करना काफी मुश्किल हो गया है और बिना सरकारी मंजूरी के उसके लिए यह संभव ही नहीं रह गया है। इसी के चलते अलीबाबा ने भारत में नए निवेश से अपना कदम फिलहाल पीछे खींच लिया है। जबकि, जानकारी के मुताबिक आने वाले कुछ वक्त में वह भारत में करीब 14 हजार करोड़ रुपये के निवेश की योजना बना रहा था। हालांकि, जिन कंपनियों मे अलीबाबा ने निवेश कर रखे हैं, उसपर ताजा फैसले से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
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चाइनीज कंपनी अलीबाबा ने भारत में नए निवेश पर रोक लगाई
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हुए तनाव के बाद भारत ने एफडीआई नियमों में कई बदलाव किए हैं, जिससे चीन की कई कंपनियों की ओर से भारतीय स्टार्ट-अप्स कंपनियों में निवेश पर ब्रेक लग गया है। भारत ने अपनी जमीनी सीमा से सटे देशों से निवेश से पहले सरकार से मंजूरी को आवश्यक बना दिया है, जिससे चीन की कंपनियों को बहुत बड़ा झटका लगा है। बदले हालात के मद्देनजर अब चीन की बड़ी कंपनी अलीबाबा ग्रुप को भी मायूसी हाथ लगी है और यही वजह है कि उसने भी भारत में नए निवेश पर रोक लगाने का फैसला किया है। क्योंकि, उसे पता है कि भारत में अब नया निवेश करना उसके लिए उतना आसान नहीं रह गया और उसे गहरी छानबीन से गुजरना पड़ेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यही वजह है कि अलीबाबा ने कम से कम अगले 6 महीने तक कोई निवेश नहीं करने का फैसला किया है।
एफडीआई नियमों में बदलाव के चलते लिया फैसला
बता दें कि केंद्र सरकार ने चीन से आने वाले निवेशों को नियंत्रित करने के लिए यह नियम बनाया है कि भारत की सीमा से सटे देशों से आने वाले निवेश को सरकारी मंजूरी लेनी ही पड़ेगी, वो ऑटोमेटिक रूट से निवेश नहीं कर सकते। बता दें कि इसके बाद चीन से निवेशों में कमी आई है। मसलन,वेंचर इंटेलीजेंस के आंकड़ों के मुताबिक इस साल जनवरी से लेकर जुलाई तक चाइनीज निवेश 16.6 करोड़ डॉलर का ही हुआ है, जो कि एक साल पहले इसी अवधि में 19.7 करोड़ डॉलर का था। पिछले साल चीनी निवेशकों ने भारतीय स्टार्टअप्स में कुल 64.1 करोड़ डॉलर का निवेश किया था।
अलीबाबा की उम्मीदों पर फिरा पानी
गौरतलब है कि चीन के अलीबाबा ग्रुप ने भारत में पेटीएम, पेटीएम मॉल,जोमैटो और बिगबास्केट जैसी कंपनियों में पैसा लगा रखा है। पेटीएम की स्वामित्व वाली कंपनी वन97 कम्युनिकेशन में अलीबाबा ग्रुप के ऐंट का 30 फीसदी शेयर है। यहां ये भी जान लेना जरूरी है कि अलीबाबा और उससे जुड़ी कंपनियों ने भारत में 2015 से अबतक करीब 15,000 करोड़ रुपये (2 अरब डॉलर) का निवेश कर रखा है। भारत में मार्केट फाइनेंस पर काम करने वाली संस्था पिचबुक की मानें तो यह कंपनी आने वाले समय में भारत में करीब 14,000 करोड़ रुपये (1.8 अरब डॉलर) अतिरिक्त लगाने की तैयारी में थी, लेकिन गलवान घाटी में गुस्ताखी करके चीन ने इसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। गलवान में चीनी सैनिकों से खूनी संघर्ष में कर्नल समेत 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। इसमें चीन ने दो कमांडर स्तर के अधिकारी के अलावा किसी के मारे जाने की बात नहीं कबूल की है, जबकि अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के मुताबिक भारत के मुकाबले चीन के लगभग दोगुने सैनिक हताहत हुए थे।