शराब से दिल्ली सरकार को छप्पर फाड़ कमाई, 1 महीने में 300 करोड़ से ज्यादा की बिक्री
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने 4 मई को राजधानी दिल्ली में शराब की दुकानों को खोलने का आदेश दे दिया। दिल्ली सरकार के आदेश के बाद सोशल डिस्टेंसिंग की गाइडलाइन का पालन करते हुए दिल्ली में शराब की दुकानें खोल दी गई। दिल्ली सरकार का ये फैसला उनके लिए फायदेमंद रहा। 1 महीने में दिल्ली में 300 करोड़ से ज्यादा की शराब बिक गई। 4 मई से 6 जून के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में 300 करोड़ से ज्यादा की शराब बिकी। मई के आंकड़ों को के मुताबिक दिल्ली में सबसे ज्यादा डिमांड वाइन, शराब की रही तो वहीं बीयर और देसी शराब की बिक्री में बड़ी गिरावट आई।
शराब से दिल्ली सरकार की कमाई
आबकारी विभाग के आंकड़ों के मुताबिक मई से लेकर 5 जून के बीच 300 करोड़ से ज्यादा की शराब बिकी। वहीं मई में सरकार को बीयर और देसी शराब के एक्साइज ड्यूटी से केवल 25.57 करोड़ रुपए मिली। जबकि सिर्फ कोरोना फीस के तौर पर दिल्ली सरकार ने 4 मई से 9 जून तक कोरोना टैक्स के तौर पर करीब 220 करोड़ रुपए की कमाई की है। वहीं मई 2020 में बीयर की बिक्री से सरकार को 16.54 करोड़ की एक्साइज ड्यूटी टैक्स मिली है। जबकि देसी शराब पर 9 करोड़ रुपए मिले है।
200 करोड़ टैक्स की कमाई
दिल्ली सरकार ने शराब पर कोरोना टैक्स लगाया और इस टैक्स से 1 महीने के भीतर 220 करोड़ की कमाई की। वहीं 4 मई से 9 जून के बीच 200 करोड़ शराब की एक्साइज ड्यूटी से अर्जित की है, जबकि मई 2019 में यह आकंड़ा 144 करोड़ रुपए का है। पिछले साल के मुकाबले बीयर पर 87 प्रतिशत और देशी शराब पर 50 फीसदी एक्साइज टैक्स कम आए हैं। आपको बता दें कि सरकार ने दिल्ली में शराब पर स्पेशल कोरोना फीस लगाई थी। 4 मई से लेकर 9 जून तक ये टैक्स लागू रहा, लेकिन केजरीवाल सरकार ने 10 जून को 70 फीसदी कोरोना टैक्स को हटा दिया। जिसके बाद दिल्ली में शराब सस्ती हो गई।
दिल्ली सरकार ने बढ़ा दी वैट
दिल्ली सरकार ने शराब पर लगने वाले 70 फीसदी कोरोना फीस को खत्म कर दिया, लेकिन कोरोना फीस खत्म करने के साथ ही दिल्ली सरकार ने शराब पर VAT बढ़ा दिया। 10 जून से सरकार ने शराब पर वैट 20% से बढ़ाकर 25 फीसदी कर दिया। दॉवैट बढ़ने से दिल्ली में शराब सस्ती हो हो गई, लेकिन कोरोना संकट से पहले मिलने वाले रेट से महंगी बिक रही है।