Budget 2021: क्यों पहले से बिल्कुल अलग होगा इस बार का केंद्रीय बजट
नई दिल्ली। संसद का बजट सत्र (Budget Session) अगले हफ्ते, 29 जनवरी से शुरू हो रहा है। फरवरी की पहली तारीख को केंद्रीय बजट संसद में पेश किया जाएगा। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि हम ऐसा बजट देखेंगे, जैसा पहले कभी नहीं देखा गया होगा। आखिर क्यों वित्तमंत्री ने कहा है कि इस साल का बजट एकदम अलग होने जा रहा है।
इस साल के बजट में कई बातें एकदम अलग होने जा रही है। सबसे पहला तो ये बजट इसलिए अहम है क्योंकि देश की अर्थव्यस्था को आजादी के बाद सबसे कमजोर स्थिति में माना जा रहा है। अप्रैल-जून की तिमाही में विका दस 23.9 फीसदी नकारात्मक रही थी। वहीं बेरोजगारी दर को लेकर जो आंकड़े आए हैं, उनमें बेरोजगारी भी रिकॉर्ड तोड़ रही है। ऐसे में बजट में इससे उबरने को लेकर क्या होता है, ये देखना होगा।
बजट सत्र की शुरुआत हलवा सेरेमनी से होती रही है। हालांकि इस साल ये सेरेमनी भी हर साल की तरह नहीं होगी। वहीं इस साल पहली बार बजट पेपरलेस होगा। आजादी के बाद ये पहला मौका होगा, जब बजट डॉक्यूमेंट की छपाई नहीं की जाएगी। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए ऐसा फैसला लिया गया है।
बजट सत्र में वित्तमंत्री के हाथ में ब्रीफकेस एक पहचान रही है। बीते साल सीतारमण थैला लेकर पहुंची थीं लेकिन इस बार पेपरलेस बजट है तो ये देखने को नहीं मिलेगा। वहीं इस साल सदन में बैठने के भी इंतजाम अलग तरह से किए गए हैं। ऐसे में सदन के भीतर भी इस साल कुछ बदलाव देखने को मिलेंगे।
बता दें कि संसद का बजट सत्र 29 जनवरी से शुरू होना है। सत्र का पहला भाग 29 जनवरी से शुरू होगा और 15 फरवरी तक चलेगा। बजट सेशन का दूसरा भाग 8 मार्च से शुरू होकर 8 अप्रैल तक चलेगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 29 जनवरी को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे। इसके बाद एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट पेश करेंगी।