Budget 2019: वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा, रेलवे को चाहिए 50 लाख करोड़ का निवेश
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को देश का आम बजट पेश किया। इस बात बजट को नए नाम 'देश का बही खाता' के तौर पर घोषित किया गया है। बतौर वित्त मंत्री यह निर्मला सीतारमण का दूसरा बजट है। ठीक 11 बजे वित्त मंत्री ने बजट भाषण पढ़ना शुरू किया। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला आम बजट है। वित्त मंत्री ने बजट के दौरान रेलवे के लिए पीपीपी यानी पब्लिक प्राइवटे पार्टनरशिप की वकालत की।
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प्राइवेट सेक्टर को दी जाए मंजूरी
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए कहा कि रेलवे पीपीपी को बड़े स्तर पर मंजूरी देने को तैयार हो चुकी है। पीपीपी की मंजूरी यात्री और मालभाड़ा सेवाओं में दी जाएगी। वित्त मंत्री ने कहा, 'रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर को साल 2018 से 2030 के बीच 50 लाख करोड़ के निवेश की जरूरत है। पीपीपी की वजह से रेलवे सेक्टर में विकास के काम को आगे बढ़ाया जा सकेगा।' सीतामरण ने मोदी के सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। वित्त मंत्री ने कहा कि रेलवे में विकास के लक्ष्यों को सिर्फ पब्लिक लोन से पूरा नहीं किया जा सकता है। उन्होंने इसके साथ ही रेलवे में बड़े पैमाने पर प्राइवेट सेक्टर की भागदारी की वकालत की। उन्होंने कहा कि सरकार प्राइवेट सेक्टर में मैन्युफैक्चरिंग को लेकर आएगी। वित्त मंत्री ने इसके साथ ही देश के अहम रेल मार्गों पर पैसेंजर ट्रेन ऑपरेट करने के लिए प्राइवेट सेक्टर की मंजूरी की बात भी कही।