BSNL के कर्मचारी आज से भूख हड़ताल पर, जबरन VRS थोपने का आरोप
नई दिल्ली। लगातार घाटे में चल रही सरकारी टेलिकॉम कंपनी भारतीय दूरसंचार निगम के कर्मचारी आज से भूख हड़ताल पर जा रहे हैं। बीएसएनएल के कर्मचारी यूनियनों ने आज से देशव्यापी भूख हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। 25 नवंबर से देशभर में BSNL के कर्मचारी भूख हड़ताल पर जा रहे हैं। ऐसे में कामकाज प्रभावित होने की संभावना है।
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भूख हड़ताल पर BSNL के कर्मचारी
BSNL के कर्मचारी 25 नवंबर से भूख हड़ताल पर जा रहे हैं. कर्मचारी यूनियनों ने आज यानी 25 नवंबर को देशव्यापी भूख हड़ताल बुलायी है। कर्मचारी यूनियनों का आरोप है कि कंपनी प्रबंधन उनपर जबरन स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) लेने के लिए दवाब बना रही है।ऑल इंडिया यूनियंस ऐंड असोसिएशंस ऑफ भारत संचार निगम लिमिटेड (AUAB) के संयोजक पी अभिमन्यु ने कहा कि कंपनी प्रबंधन की ओर से कर्मचारियों को VRS लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्हें धमकाया जा रहा है। उन्हें डरा-धमका कर वीआरएस लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को प्रबंधन की ओर से कहा जा रहा है कि अगर उन्होंने VRS नहीं लिया तो उनका ट्रांसफर दूर-दराज के इलाकों में कर दिया जाएगा। उनकी सेवानिवृत्ति उम्र की आयु घटाकर 58 वर्ष की जा सकती है।
इन कर्मचारियों पर सबसे ज्यादा दवाब
कर्मचारी यूनियनों का कहना है कि वो VRS स्कीम का विरोध नहीं कर रहे हैं, बल्कि कर्मचारियों पर बनाए जा रहे दवाब का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि जो कर्मचारी इसे अपने लिए अच्छा मानते हैं वह इसे ले लें। लेकिन यह योजना निचले स्तर के कर्मचारियों के लिए फायदेमंद नहीं है और उन्हें इसे स्वीकार करने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जो ठीक नहीं है। वो इसी के विरोध के लिए आज से भूख हड़ताल पर जा रहे हैं।
VRS स्कीम से कंपनी बनाएगी 7000 करोड़
अब तक 77,000 से अधिक कर्मचारियों ने वीआरएस का चुनाव किया है। BSNL में लगभग 1.6 लाख कर्मचारी हैं। कंपनी का अनुमान है कि 70 से 80 हजार कर्मचारियों के कम होने से उनपर बोझ कर होगा। कर्मचारियों के वेतन का खर्च 7000 करोड़ रुपए तक कम हो जाएगा।