पिछले साल मार्च के बाद से बिटकॉइन में सबसे बड़ी गिरावट, दाम 44, 239 डॉलर पहुंचा
नई दिल्ली। बिटकॉइन ने क्रिप्टोकरेंसी के रूप में दुनिया में सबसे बड़ा उछाल हासिल किया लेकिन लगभग एक साल से इसमें लगातार गिरावट हो रही है। बीते सोमवार को 58000 डॉलर तक पहुंचने के बाद बिटकॉइन गिरकर 44,239 डॉलर हो गया है। क्रिप्टोकरेंसी भी इस सप्ताह पहले से ही 21 प्रतिशत से कम है। कोइंडस्केल के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल मार्च के दूसरे सप्ताह से जब सप्ताहांत में घाटा हुआ था, तब क्रिप्टो के लिए यह सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट थी। बिटकॉइन की मौजूदा कीमत 9 फरवरी 2021 को 44,716 डॉलर के बाद सबसे कम थी।
बीते सोमवार को बिटकॉइन की कीमत सबसे कम रही। जो 45,393 डॉलर थी। मंगलवार को ये 51,600 डॉलर रही। उसके बाद ये गुरुवार को 44,647 डॉलर और शुक्रवार को 48,330 डॉलर रही। गिरावट की वजह वैश्विक शेयर बाजारों में बढ़ती बॉन्ड यील्ड और नुकसान को ठहराया जा सकता है। कॉइनडेस्क के अनुसार, गुरुवार को एक साल के उच्च स्तर पर अमेरिका के 10-वर्षीय ट्रेजरी की पैदावार बढ़कर 1.61 प्रतिशत हो गई।
क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी या सीधे तौरे पर बोले तो वर्चुअल करेंसी है। जैसे भारत में रुपया होता है वैसे जिसे आप देख सकते है और छू सकते हैं या फिर जेब में रखकर किसी भी स्थान या देश में उसका इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी की ऐसी नहीं होती है। इसे नोट या सिक्के की तरह बनाया नहीं जा सकता है। बिटकॉइन के बारे में जो अहम बात हैं वो यह है कि ये डिजिटल के रूप में यूज होने वाली करेंसी है। बिटकॉइन ऑनलाइन मिलता है और इसे सरकार या सरकारी बैंक नहीं छापते। यह एक तरह से डिजिटल मनी होती है।
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