बैंककर्मियों के लिए बड़ी खुशखबरी, हर वर्ष सैलरी-भत्तों में 15 फीसदी की बढ़ोतरी को मिली मंजूरी, 10 लाख कर्मियों को होगा फायदा
नई दिल्ली। कोरोना संकट में जब पूरा देश लॉकडाउन में था तो लाखों बैंककर्मी अपनी परवाह किए बगैर लोगों की सेवा में जुटे थे। ऐसे में देश के लाखों बैंक कर्मियों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। इंडियन बैंक्स असोसिएशन और युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने बुधवार को अहम समझौता किया है, जिसके बाद बैंक कर्मियों की सैलरी में 15 फीसदी की वार्षिक बढ़ोतरी की जाएगी। रिपोर्ट के अनुसार सभी प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर के बैंक कर्मियों की सैलरी और भत्तों में 15 फीसदी की बढ़ोतरी हर वर्ष की जाएगी। इसको लेकर आईबीए और यूएफबीए के बीच समझौता हो गया है।
37 बैंकों के कर्मियों को होगा लाभ
आईबीए और यूएफबीए के बीच हुए इस समझौते का फायदा 37 बैंक के कर्मचारियों को होगा, जिसमे पब्लिक सेक्टर और प्राइवेट सेक्टर और फॉरेन बैंक भी बैंक शामिल हैं। ऑल इंडिया बैंक इम्प्लॉयीज असोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी सीएच वेंकटचलम ने बताया कि हम इस बात की जानकारी देते हुए खुशी हो रही है कि आईबीए और यूएफबीयू के बीच मुंबई में एमओयू साइन हुआ है। जोकि बैंक कर्मियों के लिए काफी अहम है, दोनों ही संगठनों के बीच अहम मुद्दों पर समझौता हुआ है।
10 लाख कर्मियों को होगा लाभ
बता दें कि एआईबीईए यूएफबीयू की ही एक संस्था है। आईबीए ने जो एमओयू साइन किया है, इसका सीधा लाभ तकरीबन 10 लाख बैंक कर्मचारियों को होगा। इस करार का लाभ 1 नवंबर 2017 से बैंक कर्मियों को होगा। आईबीए की ओर से बैंक के आला अधिकारियों और बैंक कर्मचारी संगठन के बीच हुई बैठक में यह अहम फैसला लिया गया और दोनों पक्षों में आपसी समझौता हुआ है।
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7898 करोड़ का अतिरिक्त बोझ
समझौते में दोनों ही पक्ष इस बात के लिए राजी हुए हैं कि बैंक कर्मियों की सैलरी और भत्ते आदि में 15 फीसदी की बढ़ोतरी की जाएगी जिसे 31 मार्च 2017 से लागू किया जाएगा। इस करार के बात तकरीबन 7898 करोड़ रुपए का अतिरिक्त खर्च बैंकों पर आएगा। एमओयू के अनुसार बैंक के कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच वार्षिक सैलरी और भत्ते के वितरण पर अलग से निर्णय लिया जाएगा।
काम पर होगी नजर
दोनों ही पक्ष इस बात पर भी राजी हुए हैं कि पब्लिक सेक्टर बैंक में काम के आधार और बैंक के ऑपरेटिंग/कुल लाभ में हुई बढ़ोतरी के आधार पर सैलरी व भत्ते में बढ़ोतरी की जाएगी। इसके अलावा प्रिविलेज लीव का कैश में भुगतान हर वर्ष पांच दिन का कराया जा सकता है। वर्ष में सात दिन की पीएल का कैश भुगतान 55 वर्ष से अधिक आयु के कर्मचारियों के लिए होगा। बता दें कि नेशनल पेंशन स्कीम में बैंकों का योगदान 10 फीसदी से बढ़ाकर 14 फीसदी किया जाएगा।