ATM फ्रॉड को लेकर सामने आई चौंकाने वाली रिपोर्ट, महाराष्ट्र नंबर-1, दिल्ली वाले रहें सावधान
नई दिल्ली। सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया लोगों को लगातार कैशलेस इकोनॉमी को अपनाने की सलाह दे रही है।नोटबंदी के बाद डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा भी मिला है। लोग ऑनलाइन बैंकिंग, डेबिट और क्रेडिट कार्ड से ट्रांजैक्शन कर रहे हैं, लेकिन जिस रफ्तार से डिजिटल बैंकिंग का चलन बढ़ा है उसी रफ्तार से एटीएम फ्रॉड के मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है। एटीएम से होने वाले धोखाधड़ी के मामलों में तेजी आई है। आपको हैरानी होगी, लेकिन रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की रिपोर्ट से एटीएम फ्रॉड के जो आंकड़े पेश किए हैं वो हैरान करने वाले हैं।
एटीएम फ्रॉड मामलों में ये राज्य नंबर 1
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक देश की राजधानी दिल्ली में एटीएम धोखाधड़ी के 179 मामले सामने आए हैं, जिसमें लोगों को करीब 3 करोड़ रुपए का चूना लगा है। इन फ्रॉड में फर्जीवाड़ा करने वाले शातिरों ने बिना एटीएम कार्ड को हाथ लगाए ही लोगों के खाते से 3 करोड़ रुपए साफ कर दिए। हालांकि इस ऑनलाइन फ्रॉड से सिर्फ राजधानी दिल्ली ही नहीं बल्कि देशभर में लोग परेशान हैं। रिपोर्ट के मुताबिक एटीएम फ्रॉड मामले में महाराष्ट्र नंबर 1 पर है। जबकि राजधानी दिल्ली इसमें नंबर 2 पर है।
राजधानी दिल्ली वाले हो जाएं सावधान
रिपोर्ट के मुताबिक साल 2019 में अब तक इस तरह के केसों की संख्या 980 हो चुकी है। वहीं पिछले साल 2018 में एटीएम फ्रॉड के 911 मामले दर्ज किए गए। एटीएम फ्रॉड के जरिए लोगों के खाते को साफ करने के मामले में महाराष्ट्र नंबर एक पर है। यहां सबसे ज्यादा ATM फ्रॉड के मामले दर्ज किए गए हैं। महाराष्ट्र में 233 मामले रिपोर्ट दर्ज किए गए हैं। यहां लोगों को एटीएम के जरिए धोखाधड़ी कर 4 करोड़ 81 लाख रु की चपत लगी है। वहीं दिल्ली दूसरे नंबर पर है, जहां 2 करोड़ 87 लाख रुपए एटीएम फ्रॉड के जरिए खाते से निकाल लिए गए। वहीं तीसरे नंबर पर तमिलनाडु है, जहां 147 लोगों के साथ धोखाधड़ी हुई और उनके खाते से 3 करोड़ 63 लाख रु रुपए निकाल लिए गए।
कैसे करते हैं एटीएम फ्रॉड
एक्सपर्ट्स के मुताबिक जब आप किसी एटीएम पर जाते हैं, वहां फर्जीवाड़ा करने वाले बदमाश पहले से स्क्रीनिमिंग डिवाइस लगा चुके होते हैं। जैसे ही आप अपना एटीएम कार्ड एस एटीएम मशीन में डालते हैं, आपके कार्ड की पूरी जानकारी स्क्रीनिमिंग डिवाइस के जरिए हैकर्स तक पहुंच जाती है। हैकर्स उन जानकारी की मदद से आपके कार्ड का डुप्लीकेट एटीएम कार्ड बना लेता है और जब आप एटीएम मशीन में अपना पिन दबाते हैं तो वो वहां लगे कैमरे की मदद से आपका पिन कोड जान लेता है । फिर इस डुप्लीकेट एटीएम कार्ड की मदद से बिना आपकी जानकारी के,