बैंकों को अपने मुख्य कारोबार पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत: निर्मला सीतारमण
नई दिल्ली। कोरोना काल में अर्थव्यवस्था को हुए बड़े नुकसान के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि महामारी के दौर में आर्थिक स्थिति के सुधार में बैंक उत्प्रेरक की भूमिका निभाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा, बैंकों को अपने मुख्य कारोबार के बारे में आत्मावलोकन करने की जरूरत है। गौरतलब है कि देश को कोरोना वायरस के चलते आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है, इस बीच विरोधियों ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए 24 मार्च को देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की गई थी, इसके कारण उत्पन्न हुए मौजूदा आर्थिक संकट को देखते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि बैंक इस समय एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं क्योंकि देश के ये वित्तीय संस्थान आर्थिक पुनरुद्धार के लिए उत्प्रेरक बनेंगे। बता दें कि आर्थिक स्थिति का जायजा लेने के लिए निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक आयोजन किया गया था।
बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस समय बैंकों को अपने मुख्य व्यवसायों को आत्मसात करने की भी आवश्यकता है। इसके अलावा निर्मला सीतारमण ने बुधवार को सभी बैंकों से 15 सितंबर तक कोविद से संबंधित तनाव के लिए संकल्प योजनाएं शुरू करने का आग्रह किया है। एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों और एनबीएफसी के प्रमुखों के साथ बातचीत के दौरान सीतारमण ने बैंको को तुरंत ऋणदाताओं पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है। ये ऐसे लोग हैं जिन्हें बोर्ड द्वारा अनुमोदित नीति में रखा गया था, इसके तहत लोन लेने वालों के गारंटरों के खिलाफ कार्रवाई का प्रावधान है। उन्होंने प्रत्येक व्यवहार्य व्यवसाय के पुनरुद्धार के लिए ऋणदाताओं द्वारा निरंतर संकल्प योजना के त्वरित कार्यान्वयन के लिए भी कहा।
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