Bank of Baroda का बड़ा फैसला, 50 फीसदी कर्मचारी अगले 5 साल कर सकेंगे वर्क फ्रॉम होम
नई दिल्ली। कोरोना संकट के कारण अधिकांश कंपनियां अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम ( Work From Home) करने के लिए प्रेरित कर रही है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। अब देश की सरकारी बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा ( Bank of Baroda) ने भी इस दिशा में बड़ा फैसला किया है। बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी अपने कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम की व्यवस्था शुरू की है।
बैंक ने इस नई व्यवस्था के बारे में जानकारी दी। बैंक ऑफ बड़ौदा के सीईओ संजीव चड्ढा ने भारतीय बैंक संघ( IBA) के एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि यह बेहद जरूरी है कि अगले चार-पांच साल तक बैंक अपने कर्मचारियों और उनके स्वास्थ्य के हित को ध्यान में रखते हुए काम करें। उन्होंने कहा कि इसके लिए जरूरी है कि नेट वर्कफोर्स को आधे-आधे हिस्सों में बांटकर 50% कर्मचारियों को घर से काम करने दिया जाए और आधे कर्मचारी बैंक में ब्रांच आकर काम कर सकते हैं। ऐसा करने से संक्रमण के कर्मचारियों को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के चलते ग्राहक बेहद जरूरी काम के लिए ही बैंक के ब्रांच आ रहे हैं। जबकि बैंक के 80 फीसदी कर्मचारी ब्रांच आकर काम कर रहे हैं। संजीव चड्ढा ने कहा कि ऐसे समय में बैंकों को भी अपने वर्किंग स्टाइल में बदलाव करने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए बैंक कर्मचारियों को तीन कैटेगरी में बांटकर उनके कामों को इस तरह के अरेंज कर सकता है, ताकि कर्मचारियों और उनके स्वास्थ्य के हित में काम किया जा सका।