Bank Merger Effect: 10 बैंकों का विलय, 27 घटकर सिर्फ 12 बचे सरकारी बैंक
Bank Merger Effect: 10 बैंकों का विलय, 27 घटकर सिर्फ 12 बचे सरकारी बैंक
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बड़ा फैसला लेते हुए 10 सरकारी बैंकों के विलय को मंजूरी दे दी। मोदी सरकार के इस फैसले से बैंकिंग सेक्टर में सुधार होगा। सरकार के फैसले के बाद सरकारी बैंकों की संख्या घटकर 12 रह जाएगी, जो की पहले 27 थी। सरकार के ऐलान के बाद पीएनबी में ओरिएंटल बैंक और यूनाइटेड बैंक का विलय होगा। इस विलय के बाद PNB दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक होगा।
वहीं कैनरा बैंक का सिंडिकेट बैंक में विलय होगा। जबकि इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक का विलय किया जाएगा। इसके साथ ही यूनियन बैंक का आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक के साथ विलय होगा। वहीं सरकार की ओर से आश्वासन दिया गया है कि बैंकों के विलय से कर्मचारियों को नुकसान नहीं होगा।वित्त मंत्री के ऐलान के बाद अब देश में 12 सरकारी बैंक रह गए हैं, जो कि साल 2017 में 27 थे।
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बैंकों के मर्जर के बाद भारत में सरकारी बैंकों की तस्वीर कुछ ऐसी होगी।
1. पंजाब नेशनल बैंक: यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया+ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स
2. केनरा बैंक+ सिंडिकेट बैंक
3. इलाहाबाद बैंक+इंडियन बैंक
4. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया+आंध्रा बैंक+कॉरपोरेशन बैंक
5. बैंक ऑफ इंडिया
6. बैंक ऑफ बड़ौदा
7.बैंक ऑफ महाराष्ट्र
8.सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
9. इंडियन ओवरसीज बैंक
10.पंजाब एंड सिंध बैंक
11.स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
12.यूको बैंक