अनिल अंबानी से कर्ज उगाही के लिए तीन चाइनीज बैंकों ने कसा शिकंजा
नई दिल्ली। उद्योगपति अनिल अंबानी आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं, उनकी कई कंपनियां दिवालिया हो गई हैं, लिहाजा उनके ऊपर करोड़ों रुपए का कर्ज है। ऐसे में चीन की तीन कंपनियां अनिल अंबानी से कर्ज वसूलने की तैयारी कर रही हैं। तीनों ही कंपनियां अनिल अंबानी की दुनियाभर में जितनी भी संपत्ति है उसे बेचकर कर्ज वसूलने की तैयारी कर रही हैं, इसके लिए इन कंपनियों ने कानूनी रास्ता अख्तियार करने का मन बना लिया है। अनिल अंबानी पर 716 मिलियन डॉलर यानि 5300 करोड़ रुपए का कर्ज है, जिसे ये कंपनियां वसूलने के लिए कानूनी रास्ता अपना रही हैं।
Recommended Video
कभी थे दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में शामिल
रिपोर्ट के अनुसार इंडस्ट्रियल एंड कॉमर्शियल बैंक ऑफ चायना, एक्सपोर्ट-इंपोर्ट बैंक ऑफ चायना और चायना डेवेलपमेंट बैंक अनिल अंबानी से अपना कर्ज वसूलने के लिए कानूनी रास्ता अपनाने जा रही हैं। दरअसल हाल ही में यूके की कोर्ट में शुक्रवार को अनिल अंबानी ने यह कहा है कि उनके पास अब पैसे नहीं हैं, घर का खर्च उनकी पत्नी और बेटे चला रहे हैं। बता दें कि एक समय था जब अनिल अंबानी दुनिया में छठे सबसे अमीर व्यक्ति थे। लेकिन 22 मई को यूके की कोर्ट ने निल अंबानी को तीनों ही बैंक द्वारा लिए गए कुल कर्ज 5276 करोड़ रुपए चुकाने को कहा था। 29 जून तक यह कर्ज बढ़कर 717.6 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया।
शिकंजा कसने की तैयारी
बैंकों की ओर से कोर्ट में पेश हुए अटॉर्नी बैंकिम थंकी क्यूसी ने कहा कि अंबानी इस पैसे को वापस नहीं लौटाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं। शुक्रवार की सुनवाई के बाद बैंकों ने ऐलान किया कि उन्होंने यह फैसला लिया है कि वह अनिल अंबानी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे और अपना कर्ज वापस वसूलेंगे। कोर्ट की सुनवाई के बाद बैंकों ने बयान जारी किया है, जिससे साफ इस बात का इशारा मिलता है कि अनिल अंबानी से कर्ज वसूलने के लिए अनिल अंबानी की संपत्ति पर दावा कर सकती हैं और उसे बेचकर अपना कर्ज वसूलने की तैयारी कर रही हैं।
भारत में भी चल रही दिवालियापन की कार्रवाई
रिपोर्ट के अनुसार इन कंपनियों ने भारत में अनिल अंबानी के खिलाफ यह कार्रवाई इसलिए नहीं की है क्योकिं भारत में पहले से ही एसबीआई की ओर से अनिल अंबानी के खिलाफ दिवालियेपन की कार्रवाई चल रही है, हालांकि दिल्ली हाई कोर्ट ने फिलहाल के लिए इसपर रोक लगा दी है। लेकिन माना जा रहा है कि तीनों ही चीनी बैंक अनिल अंबानी की भारत से बाहर की संपत्ति पर दावा ठोक सकते हैं। 29 जून को यूके की हाई कोर्ट ने अनिल अंबानी से कहा था वह दुनियाभर में अपनी संपत्ति का एफिडेविट जमा करें। हालांकि कोर्ट के इस फैसले के बाद ही अंबानी को इस फैसले के खिलाफ स्टे ऑर्डर मिल गया और उन्हें अपनी संपत्ति की जानकारी नहीं देनी पड़ी।