तब आपकी पत्नी ज्यूलरी नही ले पाएंगी, क्यों खफा ज्यूलर
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) अगर आप या आपकी श्रीमती जी अपने लिए कुछ समय के बाद कोई सोने का गहना खरीदने के बारे में सोच रही हैं तो उन्हें दिक्कत हो सकती है। कारण यह है कि वे चाहकर भी गहना ना बनवा पाएं।
देश के ज्यूलरी कारोबारी हड़ताल पर जाने के मूड में हैं। वे नाराज हैं। उनकी नाराजगी इस बात से है कि सरकार ने ज्यूलरी की खरीद पर ग्राहकों का टैक्स कोड़ मांगने का मन बनाया है। हां, अभी इस बाबत फैसला तो नहीं हुआ है।
टैक्स कोड की मांग गलत
ज्यूलरी कारोबारियों का तर्क है कि देश के कुल गहनों के कारोबार का 80 फीसद हिस्सा ग्रामीण क्षेत्रों से आता है। उनके पास तो अपने पेन नंबर भी नहीं होते। इस पृष्ठभूमि में ग्राहकों से टैक्स कोड की मांग करना गैर-वाजिब है।
ताकि काला धन पर रोक हो
हाल ही में बजट को पेश करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि अब हर एक लाख रुपये की खरीद पर पेन नंबर बताना होगा। सरकार इस तरह का नियम इसलिए ला रही है तचाकि अर्थव्यवस्था से कालेधन को खत्म किया जा सके।
कालेधन से इंकार
पर आल इंडिया जेम्स एंड ज्यूलरी ट्रेड फेडरेशन (जीजेएफ) का कहना है कि उनके बिजनेस में कालेधन का लोई लेन -देन नहीं होता। इससे छह लाख ज्यूलर जुड़े हैं। इसका कहना है कि अगर सरकार ने इनकी मांगों को नहीं माना तो वे हड़ताल पर चले जाएंगे। उन्होंने साल 2012 में भी हड़ताल की थी।