कोरोना इफेक्ट: 3 महीनों तक कटेगी IndiGo के कर्मचारियों की सैलरी, बिना वेतन छुट्टी पर भेजा
महीनों तक कटेगी IndiGo के कर्मचारियों की सैलरी, बिना सैलरी छुट्टी पर भेजने की तैयारी
नई दिल्ली। कोरोना के कारण जारी लॉकडाउन में विमान सेवाएं बाधित है। ऐसे में एयरलाइंस कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है। सबसे ज्यादा असर निजी क्षेत्र की विमान कंपनियों पर पड़ रहा है। स्पाइसजेट, गो एयर, एयर डेक्कन के बाद अब बड़ी विमान कंपनी इंडिगो ने भी कर्मचारियों की सैलरी में कटौती का फैसला किया है। हां-ना करते-करते आखिरकार IndiGo ने अपने कर्मचारियों को संदेश भर कर साफ किया है कि उनके पास सैलरी में कटौती के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है।
IndiGo काटेगी कर्मचारियों की सैलरी
इंडिगो ने अप्रैल महीने में सैलरी कटौती की नीति बनाई थी, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा कर्मचारियों की सैलरी न काटने की अपील पर उसने अपना फैसला टाल दिया, लेकिन कंपनी ने आखिरकार अपने कर्मचारियों की सैलरी में कटौती की घोषणा कर दी है। कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक अगले 3 महीने के लिए कर्मचारियों की सैलरी में कटौती होगी। ये कटौकी मई, जून और जुलाई में की जाएगी। एयरलाइंस ने इन तीन महीनों के लिए leave without pay के तहत सैलरी कटौती की
3 महीने तक होगी कटौती
IndiGo के सीईओ रोनोजॉय दत्ता ने कर्मचारियों को ईमेल के जरिए इसकी जानकारी दी है। अपने ईमेल में उन्होंने लिखा है कि सैलरी कटौती के अलावा उनके पास अब कोई विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि मई, जून और जुलाई के लिए बिना वेतन के सीमित साधनों और लीव विदाउट पे प्रणाली पर काम करना होगा। इसके तहत कर्मचारियों के ग्रुप के आधार पर लीव विदआउट पे 1.5 से 5 दिनों तक होगा। हालांकि कंपनी ने इस फैसले ए स्तर के कर्मचारियों को बाहर रखा है।
इन कंपनियों ने भी की कटौती
आपको बता दें कि इंडिगो अकेली कंपनी नहीं है, जिसके सैलरी में कटौती की है। इससे पहले स्लाइसजेट(Spice Jet) गो एयर( GoAir) , एयर डेक्कन जैसी विमान कंपनियों ने भी सैलरी कटौती की घोषणा की है। इन कंपनियों ने या तो वेतन में कटौती की है या बड़ी संख्या में अपने कर्मचारियों को बिना सैलरी छुट्टी पर भेजा है। वहीं एयर डेक्कन ने तो अनिश्चितकाल के लिए अपने कर्मचारियों को बिना सैलरी छुट्टी पर भेज दिया है। दरअसल परिचालन बंद होने से एयरलाइंस कंपनियों की कमाई बंद है, लेकिन मेंटिनेंस और सैलरी का खर्च जारी है। जिसकी वजह से उन्हें बड़ा नुकसान हो रहा है।