500 रु. के नए नोटों की छपाई पर सरकार ने खर्च कर दिए 5000 करोड़
नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद सरकार ने 500 के नए नोट जारी किए। पुराने 500 और 1000 के नोटों को प्रचलन से बंद कर नए नोट जारी किए गए। इन नोटों की छपाई पर कितना खर्च हुआ इसे लेकर अब सरकार ने ब्यौरा दिया है। आज लोकसभा में वित्त राज्यमंत्री पी राधाकृष्णन ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि नोटबंदी के बाद 500 रुपए के नए नोटों को छापने पर सरकार ने 5000 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। लोकसभा में जानकारी देते हुए राधाकृष्णन ने कहा कि 8 दिसंबर तक 500 रुपए के 1695.7 करोड़ नए नोट छापे गए हैं।
आपको बता दें कि मार्च में सरकार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक एक 500 रुपए के नोट छापने में 2.87 रुपए की लागत बैठती है। इस हिसाब से 8 दिसंबर तक 500 के नए नोटों को छाप ने में सरकार 4,968.84 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है। सदन में राधाकृष्णन ने 2000 रुपए के नोटों को लेकर भी जानकारी दी और कहा कि आरबीआई ने अब तक 2000 रुपए के 365.4 करोड़ नोट प्रिंट करवाए हैं, जिनकी छपाई पर अब तक 1,293.6 करोड़ रुपए खर्च किए गए है।
उन्होंने 200 के नए नोटों की जानकारी देते हुए कहा कि 200 रुपए के 178 करोड़ नोट की छापे गए हैं, जिनपर सरकार ने 522.83 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। उन्होंने जानकारी दी कि 30 जून 2017 तक 15.28 लाख करोड़ रुपए रिजर्व बैंक को प्राप्त हुए हैं। आपको बता दें कि नोटबंदी के बाद सरकार ने देशभर में 500 और 1000 के नोट बंद कर नए नोटों को जारी किया। नोटबंदी के बाद सरकार ने 500 रुपए के नए जारी किए, जबकि पहली बार 2000 रुपए के और 200 के नोट जारी किए गए। समय-समय पर सरकार द्वारा इन नए नोटों की छपाई पर होने वाले खर्चों को लेकर भी ब्यौरा दिया जाता रहा है।