7th Pay Commission:इन कर्मचारियों को मिली बड़ी खुशखबरी, DA में 4.2% की बढ़ोतरी, जानें कितनी बढ़ेगी सैलरी
7th Pay Commission:इन कर्मचारियों को मिली बड़ी खुशखबरी, DA में 4.2% की बढ़ोतरी, जानें कितनी बढ़ेगी सैलरी
नई दिल्ली। लंबे वक्त से 7th Pay Commission के तहत सैलरी बढ़ोतरी का इंतजार कर रहे लाखों केंद्रीय कर्मचारियों को मोदी सरकार ने अपने बजट में भी झटका दे दिया। सरकार ने बजट में केंद्रीय कर्मंचारियों के डीए बढ़ोतरी या फिर न्यूनतम सैलरी बढ़ोतरी को लेकर कोई ऐलान नहीं किया। मोदी सरकार के बजट में हुई अनदेखी से केंद्रीय कर्मचारी निराश हैं। वहीं बजट के ठीक बाद बैंकों के कर्मचारियों को बंपर खुशखबरी मिली है। बैंकों में काम कपने वाले हजारों कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी हुई हैं।
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इन कर्मचारियों के लिए बंपर खुशखबरी
बैंकों में काम करने वाले कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी हुई है। उन्हें बढ़ी हुई सैलरी फरवरी की सैलरी के साथ बढ़कर मिलेगी। इन कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की गई हैं। बैंक कर्मचारियों के DA में 4.2% की बढ़ोतरी हुई है। सरकार ने फरवरी-अप्रैल क्वार्टर के लिए कर्मचारियों की सैलरी में बड़ी बढ़ोतरी की है।
फरवरी में बढ़कर मिलेगी सैलरी
इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (IBA) ने बैंक कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी के आदेश दिए हैं। आईबीए ने बैंक कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 4.2 % बढ़ोतरी का ऐलान किया। आदेश में कहा गया है कि AIACPI के दिसंबर के आंकड़ों के आधार आ गए हैं। इनके अनुसार अक्टूबर 2019 में औसत CPI 7418.42 था, जो दिसंबर 2019 में बढ़कर 7532.55 हो गया। इस बढ़ोतरी के आधार पर DA की गणना कर उसमें बढ़ोतरी के निर्देश दिए गए हैं।
कितनी बढ़ेगी सैलरी
आईबीए के निर्देश के बाद बैंक कर्मचारियों की सैलरी में DA को 4.2% बढ़ा दिया गया है। डीए की बढ़ोतरी बेसिक सैलरी के आधार पर होती है। अगर बैंक के PO की सैलरी के आधार पर गणना करें तो बैंक पीओ की शुरुआती बेसिक सैलरी 27620 रुपए होती है। अब इसपर डीए 4.2 प्रतिशत से बढ़कर मिलेगा। यानी सैलरी में करीब 1160 रुपए महीना की बढ़ोतरी होगी। वहीं ग्रेड के हिसाब से कर्मचारियों और अधिकारियों की सैलरी में अलग-अलग बढ़ोतरी होगी।
बैंकों की हड़ताल
आपको बता दें कि अपनी मांगों के लेकर देशभर के बैंक कर्मचारियों ने 31 जनवरी औक 12 फरवरी को हड़ताल बुलाई थी। इन दो दिन के हड़ताल की वजह से मुंबई, चेन्नै और दिल्ली में लगभग 23,000 करोड़ रुपए के 31 लाख चेक हड़ताल के कारण क्लीयर नहीं हो सके। वहीं लगातार तीन दिनों तक बैंक बंद रहने की वजह से लोगों को नकदी की किल्लत का सामना करना पड़ा। बैंकों ने मार्च में भी दो दिनों के देशव्यापी हड़ताल का आवाहन किया है।