7th Pay Commission:आखिरकार इन केंद्रीय कर्मचारियों की हुई जीत, दिसंबर में बढ़कर मिलेगी सैलरी!
नई दिल्ली। भारतीय रेल कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। 7th Pay Commission के तहत घोषित ड्रेस अलाउंस अगले महीने से ड्रेस अलाउंस सैलरी में जुड़कर मिलने लगेगी। लंबे वक्त से कर्मचारियों की मांग को आखिरकार रेलवे ने मान लिया और रेल कर्मियों को ड्रेस अलाउंस देने का फैसला किया है। जी बिजनेस की रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे प्रशासन ने रेल कर्मियों को दिसंबर की सैलरी में पिछले दो सालों का ड्रेस अलाउंस देगा। काफी विरोध प्रदर्शन के बाद कर्मचारियों को आखिरकार जीत हासिल हुई है।
रेल कर्मियों को अगले महीने मिलेगा भत्ता
दिल्ली मंडल के रेल कर्मियों ने सोमवार को अधिकारियों का घेराव किया। रेल कर्मियों के जोरदार प्रदर्शन को देखने के बाद रेलवे प्रशासन ने ड्रेस अलाउंस देने का आदेश जारी किया। रेल प्रशासन ने साफ किया है कि दिसंबर की सैलरी में उन्हें दो सालों का ड्रेस अलाउंस जोड़कर मिलेगा। रेल कर्मचारी इसे अपनी बड़ी जीत मान रहे हैं।
सालाना मिलता है ड्रेस अलाउंस
नॉदर्न रेलवे मेन्यू यूनियन के दिल्ली मंडल की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में ड्रेस अलाउंस नहीं दिए जाने को लेकर काफी बहस हुई। रेल कर्मियों ने कहा कि सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के तहत उन्हें ड्रेस अलाउंस दिए जाने की घोषणा की गई थे। रेल मंडल की ओर से भी इसकी हामी भर दी गई, लेकिन उन्हें अब तक यह भत्ता नहीं दिया गया। रेल कर्मियों के प्रदर्शन को देखने के बाद ड्रेस अलाउंस को लेकर आदेश जारी कर दिया गया। 7th Pay Commission की सिफारिश के तहत सामान्य रेल कर्मियों को ड्रेस अलाउंस के तहत 5000 रुपए और ट्रैफिक या रेल गाड़ियों के परिचालन से जुड़े कर्मचारियों को 10000 रुपए भत्ता दिए जाने का आदेश है। अब अगले महीने की सैलरी में दो सालों का भत्ता जोड़कर दिए जाने की बात कही गई गई।
क्या है रेलवे कर्मचारियों की 47 सूत्रीय मांग
आपको बता दें कि रेलवे के कर्मचारी लंबे वक्त से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। रेलवे कर्मियों की 47 सूत्रीय मांगों में से एक मांग ड्रेस अलाउंस भी है। इसके अलावा रेलवे के रनिंग कर्मचारियों के रनिंग अलाउंस दिए जाने की मांग की जा रही है। इसके अलावा रेलवे के गुड्स गार्ड , सहायक लोको पायलट, लोको पायलट और गार्ड को अतिरिक्त भत्ते देने की मांग है। रेलवे गार्ड के पदनाम में परिवर्तन किया जाए। वहीं तकनीशियन ग्रेड 2 को तकनीशियन ग्रेड 1 के साथ समाहित कर उसकी सैलरी रिवाइज किया जाए। वहीं रेलवे के ग्रुप सी के शीर्ष कर्मचारियों को ग्रुप बी का दर्जा दिया जाए। रेल कर्मियों की मांग है कि 4600 ग्रेड पे वाले कर्मियों के वेतन में सुधार कर उन्हें 4800 ग्रेड पे दिया जाए। रेलवे कॉलोनियों की दुर्दशा को ठीक किया जाए। नए कर्मियों की भर्ती तो ताकि काम को बोझ कम हो सके।