4 हजार करोड़ रुपए की पूंजी जिसका कोई दावेदार नहीं
बेंगलुरू।
देश
में
भले
ही
कहा
जाता
हो
कि
देश
गरीब
है
क्योंकि
देश
के
पास
पैसा
नहीं।
अगर
सच्चाई
देखें
तो
पता
चलेगा
कि
पैसा
तो
है
लेकिन
सही
हाथों
में
नहीं
है
या
फिर
छिपा
हुआ
है।
दरअसल,
देश
की
करीब
तीन
हजार
कम्पनियों
के
खातों
में
ही
चार
हजार
करोड़
रुपए
पड़े
हैं।
जिनका
कोई
दावेदार
ही
नहीं
मिल
रहा
है।
जानकारी
के
मुताबिक
यह
इतनी
बड़ी
रकम
उन
निवेशकों
की
है
जो
कम्पनियों
में
निवेश
करने
के
बाद
या
तो
भूल
गए
हैं
या
उनको
पता
नहीं
है।
नियमानुसार अगर बिना दावे वाली पूंजी को सात साल तक नहीं निकाला जाता है तो उस पर सरकार का हक हो जाता है। सात साल तक कोई दावेदार नहीं मिलने की स्थिति में ऐसी पूंजी को सरकार के हवाले कर दिया जाता है।
मनी भास्कर में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में ऐसी कुल 3189 कम्पनियां हैं जिनके पास चार हजार करोड़ रुपए की ऐसी पूंजी पड़ी है जिसका कोई दावा करने वाला नहीं है। यह पूंजी निवेशकों की है जिसे निवेशकों ने कभी वापस ही नहीं मांगा है। तो कुछ निवेशकों की मृत्यु हो जाने के कारण इस तरह की पूंजी का कोई दावेदार नहीं मिल रहा है।