10 ऐसे बैंकिंग लेनदेन जो हो सकते हैं संदिग्ध, देखिए पूरी सूची
नई दिल्ली। अगर आप बैंकिंग प्रक्रिया में शामिल हैं तो ये खबर आपके लिए है। पिछले कुछ समय के दौरान किए गए बैंकिंग लेनदेन में चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। खास तौर से संदिग्ध वित्तीय लेनदेन में खासा उछाल नजर आया है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से जारी वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि कई बैंकों ने ऐसे मामलों की जानकारी दी है। बैंकों ने बताया है कि संदिग्ध वित्तीय लेनदेन में करीब 6 गुना ज्यादा उछाल आया है।
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आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक साल 2015-16 के दौरान संदिग्ध वित्तीय लेनदेन का आंकड़ा 61,361 था जो 2016-17 में बढ़कर 3.61 लाख तक पहुंच गया है। 2014-15 में ये आंकड़ा 45,858 पर था। 2004 में बनाई गई वित्तीय खुफिया इकाई ने एक सूची जारी की है। इसमें बैंकों और दूसरी संस्थाओं की ओर से किए गए संदिग्ध लेनेदेन को लेकर जानकारी दी गई है...
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पहचान पत्र से जुड़े गलत दस्तावेज
1- पहचान पत्र से जुड़े गलत दस्तावेज, बैंक अकाउंट खुलवाने के दौरान दिया जाने वाला पहचान पत्र का तय समय पर सत्यापन नहीं होना और अकाउंट खोलने के दौरान नाम दूसरी स्थापित वित्तीय संस्थाओं से जुड़ा होना।
2- बड़ी संख्या में बैंक अकाउंट्स सामान्य अकाउंट होल्डर्स रखते हैं, कई बैंक खातों के बीच बिना किसी जानकारी के अस्पष्ट तरीके वित्तीय लेनदेन।
आरबीआई की रिपोर्ट में खुलासा
3- पहले से स्थापित व्यापारिक संस्था से मिलता-जुलता नाम रखकर अकाउंट खुलवाना
4- ग्राहक द्वारा विभिन्न बैंक खातों का वैकल्पिक रूप से इस्तेमाल करना
5- पिछले वित्तीय लेनदेन की तुलना में असामान्य गतिविधि
6- निष्क्रिय खातों में अचानक लेनदेन की प्रक्रिया बढ़ाना
2015-16 में संदिग्ध वित्तीय लेनदेन का आंकड़ा 61,361 रहा
7- विदेशों में भुगतान के लिए बड़ी रकम हस्तांतरित करना, ग्राहकों के साथ-साथ असंगत वित्तीय स्थिति, ग्राहकों के द्वारा भुगतान की गलत प्रक्रिया
8- फंड का स्त्रोत संदिग्ध हैं, घोषित व्यवसाय की अपेक्षा इसमें लेनदेन की प्रक्रिया ठीक नहीं होना, ग्राहक की स्पष्ट वित्तीय स्थिति के साथ वित्तीय स्थिति ठीक नहीं होना
2016-17 में बढ़कर 3.61 लाख तक पहुंच गया
9- बैंक के अंदरूनी लेन-देन में भी इसका असर, बाजार की स्थिति के तहत लेन-देन की संभावना और ऑफ मार्केट में संदिग्ध लेनदेन
10- नकदी के साथ ड्राफ्ट या अन्य उपकरणों की लगातार खरीद
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