बुलंदशहर के सचिन सैनी ने इंटर में किया टॉप, बोला- 'मुझे पढ़ाने के लिए कंधे पर पिता ने ढोई बोरियां'
बुलंदशहर, 19 जून: कड़ी मेहनत और बुलंद हौसले रखने वालों को ऊंचाइयां छूने से कोई नहीं रोक सकता। गरीबी और अमीरी का फर्क भी कड़ी मेहनत करने वालों के आड़े नहीं आता। इस बात को एक बार फिर पल्लेदारी करने वाले गरीब पिता के बेटे साबित कर दिखाया है। दरअसल, हम बात कर रहे है सचिन सैनी की, जिन्होंने इंटरमीडिएट में पूरे बुलंदशहर जिले में टॉप किया हैं।

सचिन सैनी बुलंदशहर जिले के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के मोहल्ला बालाजी मंदिर रहने वाले है और प्रह्लाद स्वरूप इंटर कॉलेज के 12वीं के छात्र हैं। सचिन सैनी ने 88.40 फीसदी अंक प्राप्त करके पूरे बुलंदशहर जिले का नाम रोशन किया है। सचिन सैनी के पिता भजन लाल सैनी मंडी में पल्लेदारी करते हैं। सचिन के जिला टॉप करने से उनके परिवार में खुशी का माहौल है।
इंटर में जिला टॉप करने वाले सचिन सैनी से जब मीडिया ने बात की तो उन्होंने बताया कि वह आगे चलकर आईएएस अधिकारी बनना चाहते है। सचिन सैनी ने हाई स्कूल भी पहलाद स्वरूप इंटर कॉलेज से की है, जिसमें उन्होंने जिले में पांचवां स्थान हासिल किया था। सचिन के भाई हरीश सैनी ने सन 2019 में हाईस्कूल में जिले की मेरिट में द्वितीय स्थान हासिल किया था।
बता दें कि सचिन सैनी के परिवार के आर्थिक हालत भी ठीक नहीं है। सचिन के पिता पल्लेदारी करके जो रुपया कमाते है उससी से कमाई से सचिन के पूरे परिवार का भरण-पोषण होता है। सचिन बताते हैं कि कोविड के समय जब स्कूल बंद हो गए तो उन्हें पढ़ाई की काफी दिक्कत आई। मोबाइल खरीदने के लिए पैसे नहीं थे। पिता से कहा तो उन्होंने जैसे-तैसे पुराना एंड्राइड फोन खरीदकर दिया। जिसके बाद सचिन की ऑनलाइन पढ़ाई चालू हो पाई।
सचिन सैनी के पिता ने भी त्याग और हौसले की मिसाल पेश की है। उन्होंने कभी भी सचिन को पढ़ाई के अलावा कोई और काम नहीं करने दिया। पिता की हिम्मत और हौसला देख सचिन ने भी बोर्ड की परीक्षा में खूब मेहनत की और इस अथक मेहनत का परिणाम आज सबके सामने है। फादर्स डे से एक दिन पहले किसी पिता के लिए इससे बढ़िया उपहार और क्या होगा कि बेटे ने पूरे जिले में टॉप कर पिता का नाम रोशन किया है।