बुलंदशहर हिंसा मामले में मुख्य आरोपी योगेश राज गिरफ्तार
Bulandshahr News (बुलंदशहर)। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी को लेकर हुई हिंसा के मुख्य आरोपी और बजंरग दल के नेता योगेश राज को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। योगेश राज घटना के बाद से ही फरार चल रहा था। इस मामले में अब तक 32 आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
योगेश राज को पुलिस ने किया गिरफ्तार
बुलंदशहर एसएसपी ने बताया कि मुख्य आरोपी योगेश राज के खुर्जा से बुलंदशहर आने की सूचना मुखबिर ने पुलिस को दी थी। सूचना मिलते ही बीबीनगर थाने की पुलिस और खुर्जा पुलिस की संयुक्त टीम ने बुधवार को बुलंदशहर बाईपास पर स्थित ब्रह्मानंद कालोनी के पास से गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी ने बाता कि स्याना थाना क्षेत्र के चिंगरावठी गांव उसी ने सबसे पहले गोकशी की शिकायत की थी और उसी ने भीड़ को भड़काने का काम किया। हिंसा भड़कने से स्याना इंस्पेक्टर सुबोध कुमार और छात्र सुमित की गोली लगने से मौत हो गई थी। जिसके बाद स्याना कोतवाली में उपनिरीक्षक सुभाष सिंह ने योगेश राज के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
क्या हुआ था 3 दिसंबर को
बुलंदशहर जिले के स्याना थाना क्षेत्र के चिंगरावठी गांव में 3 दिसंबर को गोकशी की सूचना पर जमकर बवाल हुआ था। इस दौरान गुस्साए लोगों ने चिंगरावटी चौराहे को जाम कर दिया और पुलिस चौकी में खड़े वाहनों में आग लगा दी थी। इस घटना में स्याना इंस्पेक्टर सुबोध कुमार और भाजपा कार्यकर्ता सुमित कुमार की गोली लगने से मौत हो गई थी।
घटना के बाद से योगेश राज था फरार
इस हिंसा में सबसे बड़े विलेन के रूप में बजरंग दल के स्थानीय नेता योगेश राज का नाम सामने आया था। हिंसा के बाद सामने आए वीडियो में योगेश राज भीड़ का नेतृत्व करता दिखाई दे रहा था और पुलिस से बहस भी कर रहा था। हालांकि, आरोप लगने के बाद योगेश राज ने वीडियो संदेश जारी कर खुद को बेकसूर बताया और कहा कि वह हिंसा के वक्त भीड़ का हिस्सा नहीं था। इसके बाद से ही हिंसा के आरोप में लगातार गिरफ्तारियां की जा रही हैं, लेकिन योगेश राज एक महीन बीते के बाद भी पुलिस के हाथ नहीं लग सका था। योगेश के अलावा बीजेपी युवा मोर्चा के स्याना नगर अध्यक्ष रहा शिखर अग्रवाल भी अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
एसआईटी का किया था गठन
सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था। बुधवार को विनीत और सतीश नाम के 2 आरोपियों ने सरेंडर किया, जिससे इस मामले में अब तक गिरफ्तार आरोपियों की संख्या 32 पहुंच गई है। ये दोनों नामजद आरोपी हैं।
आखिर कौन है इंस्पेक्टर सुबोध कुमार का हत्यारा
वहीं, दूसरी तरफ इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की मौत का असली जिम्मेदार कौन है, इसे लेकर भी पिक्चर अभी तक क्लीयर नहीं हो पा रही है, जिसे लेकर पुलिस की थ्योरी भी सवालों के घेरे में है। हालांकि, पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार प्रशांत नट को गोली चलाने का असली आरोपी बताया है। पुलिस ने दावा किया है कि प्रशांत ने गोली चलाने का जुर्म मान लिया है, लेकिन मीडिया के सामने प्रशांत ने इससे इनकार किया है।
कलुआ ने इंस्पेक्टर के सिर में मारी थी कुल्हाड़ी
27 दिसंबर को गिरफ्तार किए गए प्रशांत नट पर कुल्हाड़ी से हमले के बाद सुबोध कुमार सिंह की कथित रूप से गोली मारकर हत्या करने का आरोप है। जबकि कुल्हाड़ी से हमला करने का आरोप कलुआ पर है, जिसे सोमवार (31 दिसंबर) को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जीतू फौजी को भी बनाया था आरोपी
इससे पहले जीतू फौजी (जीतेंद्र मलिक) पर गोली चलाने का आरोप लगा था। हिंसा के दौरान सेना का जवान जीतू छुट्टी पर आया था और उस पर गोली चलाने का आरोप लगा था। गिरफ्तारी के बाद जीतू को जेल भेजा गया। अब पुलिस का दावा है कि कई गवाहों से पूछताछ और वीडियो देखने के बाद तफ्तीश इस नतीजे पर पहुंची है कि गोली चलाने वाला शख्स प्रशांत ही था।