जूते के सोल पर लिखा बिक रहा था 'ठाकुर 6 नंबर', शिकायत के बाद दुकानदार और कंपनी पर दर्ज हुई FIR
Bulandshahr News, बुलदंशहर। खबर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बुलंदशहर जिले (Bulandshahr) से है। यहां एक ऐसा मामला सामने आया है, जिस सुनकर आप भी चौंक जाएंगे। दरअसल, बुलंदशहर के गुलावठी थाना क्षेत्र में जूते के सोल के नीचे 'जातिसूचक' शब्द लिखकर बेचने का मामला सामने आया है। मामला सामने आने के बाद गुलावठी थाना पुलिस ने जूते बेचने और बनाने वाली कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गुलावठी पुलिस ने यह कार्रवाई बजरंग दल के कार्यकर्ता विशाल चौहान की तहरीर के बाद की है।
Recommended Video
प्राप्त समाचार के मुताबिक, विशाल चौहान, गुलावठी कस्बे का निवासी है और बजरंग दल का कार्यकर्ता है। विशाल सोमवार (04 जनवरी) की शाम को नासिर की दुकान पर जूता खरीदने के लिए पहुंचा था। जब जूता देखने लगा तो देखा उनपर जाति लिखी हुई थी। इसे देखकर वह हैरान रह गया। उसने इस संबंध में जूता बेचने वाले से बातचीत की और पुलिस से इसे पूरे मामले की शिकायक की। पुलिस को दी गई शिकायत में विशाल ने कहा है, 'मैंने देखा कि ज्यादातर जूतों की सोल पर 'ठाकुर' लिखा हुआ है। जो लोग भी ऐसे जूते बनाते हैं और बेच रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।'
दुकानदार
और
खरीददार
में
हुई
कहासुनी
का
वीडियो
भी
आया
सामने
दुकानदार
नासिर
और
विशाल
के
बीच
कहासुनी
का
एक
वीडियो
भी
सामने
आया
है।
इसमें
दुकानदार
नासिर
कह
रहा
है
कि
क्या
तुम
मेरी
दुकान
बंद
कराओगे?
इस
पर
एक
शख्स
कहता
है,
'तुम्हें
यहां
से
जूते
हटा
देने
चाहिए।'
इस
पर
नासिर
विरोध
करते
हुए
कहता
है,
'क्या
मैंने
इन्हें
बनाया
है?
क्या
इन
जूतों
पर
ठाकुर
लिखा
देखकर
मैं
बेचने
के
लिए
लाया
था?'
इस
पर
एक
और
शख्स
कहता
है,
'तुम
इन
जूतों
को
क्यों
लेकर
आए?'
पुलिस
ने
दर्ज
किया
केस
पीड़ित
की
तहरीर
पर
गुलावठी
थाना
पुलिस
ने
जूता
बेचने
वाले
और
बनाने
वाली
कंपनी
के
खिलाफ
जातिसूचक
शब्द
का
इस्तेमाल
करने
समेत
अन्य
धाराओं
में
एफआईआर
दर्ज
कर
जांच
शुरू
कर
दी
है।
अपर
पुलिस
अधीक्षक
नगर
(एसपी
सिटी)
ने
मीडिया
को
जानकारी
देते
हुए
बताया
कि
गुलावठी
थाने
पर
विशाल
चौहान
नाम
के
एक
व्यक्ति
ने
सुचना
दी
थी
कि
नासिर
नाम
का
एक
व्यक्ति
अपनी
दुकान
पर
'जातिसूचक'
शब्द
लिखे
जूते
बेच
रहा
है।
इस
सूचना
के
आधार
पर
अभियोग
पंजीकृत
किया
गया
है।
जिसकी
विवेचना
की
जा
रही
है,
विवेचना
में
जो
भी
साक्ष्य
सामने
आएंगे
उनके
आधार
पर
आगे
की
कार्रवाई
की
जाएगी।