बदायूं: 11 दिन से हवालात में किसान की मौत, वीडियो जारी करके मांगी थी मदद
बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले की सहसवान तहसील की हवालात में बंद बकाएदार ब्रजपाल की मौत के मामले में रविवार को नया मोड़ आ गया। ब्रजपाल की मौत से पहले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में ब्रजपाल ने आरोप लगाया कि उन्हें रंजिशन बिजली चोरी के झूठे आरोप में पकड़ा गया और घसीटते हुए हवालात में बंद कर दिया गया। वहीं, वीडियो सामने आने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। एसडीएम ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए संग्रह अनुसेवक समेत दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया।
तीन मिनट के इस वीडियो में किसान यह भी बता रहे हैं कि उसका नाम ब्रजपाल और पिता का नाम ओमपाल है। उसने कहा कि उन्हें झूठा पकड़ा गया? किसी ने मेरी बात नहीं सुनी। इस वीडियो में आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे झूठा करार दिया। जिस नाम से बिजली विभाग ने RC काटी है वह ब्रजपाल पुत्र ओमकार के नाम पर है। बता दें कि मृतक को बिजली चोरी का शुल्क जाम न करने के कारण सहसवान तहसील में पिछले 11 दिनों से बंद था। उस पर 81947 की RC कटी दिखाई गई थी। अब ब्रजपाल का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
दरअसल, तीन दिन पहले सहसवान तहसील परिसर की हवालात में बंद किसान ब्रजपाल की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। तहसील प्रशासन ने आनन-फानन उसके हवालात से निकालकर सीएचसी सहसवान में पहुंचाया और गंभीर देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल पहुंचने से पहले ब्रजपाल की मौत हो गई। ब्रजपाल की मौत के बाद सहसवान एसडीएम संजय कुमार सिंह ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए डयूटी के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप में अनुसेवक कन्हई व रामनिवास को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। साथ ही नायब नाजिर मदन मोहन और संग्रह अमीन आसाराम के निलम्बन के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी है। इसके अलावा तहसीलदार धीरेन्द्र कुमार, नायब तहसीलदार राजकुमार से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। एसडीएम द्वारा की गई कार्रवाई से लापरवाह कर्मचारियों में हडकंप मचा हुआ है।