शर्मनाक:यहां पति के जूते से पानी पीने को मजबूर की जाती हैं महिलाएं
नई दिल्ली। हम अपने आपको आधुनिक, पढ़े-लिखे और डिजिटल तकनीक से लैस मानते हैं। हम महिला सशक्तिकरण की बातें करते हैं, लेकिन आज जो तस्वीर हम आपको दिखाने जा रहे हैं उसे देखकर ये बातें आपको झूठी लगने लगेगी। यहां न तो विकास पहुंचा है और न ही महिला सशक्तिकरण जैसी चीजें यहां दिखती है। यहां महिलाओं को अपने पतियों के जूते से पानी पीने के लिए मजबूर किया जाता है। मर्दों के जूतों को सिर पर रखकर महिलाओं को गली-गली घुमाया जाता है। इस शर्मसार कर देने वाली हरकत को सालों से जहां ढ़ोते आ रहे हैं।
मर्दों के जूते से पानी पीती हैं महिलाएं
राजस्थान
के
भीलवाड़ा
इलाके
में
बंकाया
माता
मंदिर
काफी
मशहूर
है।
यहां
माता
के
मंदिर
में
महिलाओं
के
साथ
जो
किया
जाता
है
उसे
देखकर
आपके
रोंगटे
खड़े
हो
जाएंगे।
अंधविश्वसास
और
भूत-प्रेत
के
नाम
पर
महिलाओं
को
क्रूरता
से
गुजरना
पड़ता
है।
झाड़-फूंक
करने
वाले
पुजारी
महिलाओं
के
साथ
क्रूरता
की
हद
को
पार
कर
देते
हैं।
अंधविश्वास के नाम पर शर्मनाक हरकत
मंदिर
के
पुजारी
और
भूत
उतारने
वाले
तांत्रिक
भूत
भगाने
के
नाम
पर
उन्हें
मारते-पीटते
है।
उन्हें
अपने
सिर
पर
मर्दों
के
गंदे
जूते
रखकर
कई
किलोमीटर
तक
चलने
के
लिए
मजबूर
करते
है।
गांवों
की
गलियों
से
ये
महिलाएं
जूता
सिर
पर
रखकर,
मुंह
में
दबाकर
गुजरती
हैं।
बच्चे
उन्हें
देखकर
हंसते
हैं,
लेकिन
घरवालों
के
दवाब
में
उन्हें
ऐसा
करना
पड़ता
है।
जरा
सोचिए
जिस
जूते
को
हम
पैरों
में
पहनते
हैं,
दुनियाभर
की
गंदगी
उसमें
लपेटे
रखते
हैं,
उन
जूतों
को
मुंह
में
दबाकर
चलना
और
फिर
जूतों
में
पानी
भरकर
उसे
पीना
किसी
औरत
के
लिए
कितना
कष्टकारी
होगा,
लेकिन
यहां
के
लोगों
को
इससे
कोई
फर्क
नहीं
पड़ता।
यहां
सालों
से
भूत-प्रेत
के
नाम
पर
ये
अंधविश्वास
का
खेल
चलता
आ
रहे
है।
मानसिक रूप से अस्वस्थ
लोगों
का
कहना
है
कि
यहां
केवल
वहीं
महिलाएं
लाई
जाती
है
जो
या
तो
किसी
भूत-प्रेत
के
चंगुल
में
फंस
गई
है
या
फिर
वो
किसी
मानसिक
बीमारी
से
जूझ
रही
होती
हैं।
कुछ
मामले
ऐसे
भी
सामने
आएं
है,
जहां
अपनी
बहू
को
मानसिक
रूप
से
अस्वस्थ
करार
देने
के
लिए
ससुराल
वाले
उन्हें
यहां
लाते
हैं।
कई
मामले
ऐसे
भी
सामने
आए,
जहां
मर्दों
ने
औरतों
को
उनकी
असली
जगह
याद
दिलाने
के
मकसद
से
यहां
ला
पटका
और
उनसे
ये
घृणित
काम
करवाया।