व्हाट्सऐप में लगी सेंध: फ़ोन में जासूसी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल
फ़ेसबुक ने स्वीकार किया है कि उसकी इंस्टैंट मेसेजिंग ऐप व्हाट्सएप में एक सुरक्षा चूक के चलते लोगों के मोबाइल फ़ोन में जासूसी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल हो गया है.
फ़ेसबुक ने स्वीकार किया है कि उसकी इंस्टैंट मेसेजिंग ऐप व्हाट्सएप में एक सुरक्षा चूक के चलते लोगों के मोबाइल फ़ोन में जासूसी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल हो गया है.
ब्रिटेन के अख़बार फ़ाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ ये सॉफ्टवेयर एक इसराइली कंपनी ने विकसित किया है.
इस जासूसी सॉफ्टवेयर को व्हाट्सऐप कॉल के ज़रिए लोगों के फ़ोन में इंस्टॉल किया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक़ यदि कोई यूज़र कॉल का जबाव नहीं देता है तब भी उसके फ़ोन में ये सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया जा सकता है.
कनाडा के शोधकर्ताओं के मुताबिक़ इस जासूसी सॉफ्टवेयर से मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और अधिवक्ताओं को निशाना बनाया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक़ फ़ेसबुक के इंजीनियर इस सुरक्षा चूक को ठीक करने में रविवार तक जुटे थे.
फ़ेसबुक ने ग्राहकों से कहा है कि वो ऩए वर्ज़न को अपडेट कर लें.
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अभी ये पता नहीं है कि कितने लोगों को इस साइबर हमले का निशाना बनाया गया है.
हालांकि माना जा रहा है कि इस हमले में बेहद चुनिंदा लोगों को ही निशाना बनाया गया है.
दुनियाभर में डेढ़ सौ करोड़ से अधिक लोग व्हाट्सएप इस्तेमाल करते हैं.