सामने आया टावर ऑफ लंदन की दीवार में चुनवाया गया रहस्यमयी हाथ का सच, इंसानों की तुलना में है काफी बड़ा
सामने आया टावर ऑफ लंदन की दीवार में चुनवाया गया रहस्यमयी हाथ का सच, इंसानों की तुलना में है काफी बड़ा
लंदन, 21 मई: ब्रिटेन की राजधानी लंदन में टेम्स नदी के किनारे बना टावर ऑफ लंदन दुनिया के सबसे मशहूर इमारतों में से एक है। इसका निर्माण सन् 1078 में विलियम द कॉन्करर ने कराया था। टावर ऑफ लंदन हमेशा से अपने खौफनाक रहस्यमयी चीजों को लेकर चर्चा में रहता है। ब्रिटेन का शाही महल टावर ऑफ लंदन के बारे में कहा जाता है कि यहां कई राज छिपे हैं, ऐसा ही एक राज उसकी दीवार पर कांच के फ्रेम के अंदर एक खौफनाक रहस्यमयी हाथ का होना है, जिसे "हैंड इन द वॉल" भी बोला जाता है। लंदन की एक टिकटॉकर ने लंदन के टॉवर के इस खौफनाक "हैंड इन द वॉल" के बारे में एक वीडियो साझा किया और बताया है कि इसे दीवार में क्यों फ्रेम कर रखा गया है।
डरावना है टावर ऑफ लंदन का "हैंड इन द वॉल"
असल में टावर ऑफ लंदन के दीवार में चुनवाया गया खौफनाक रहस्यमयी हाथ यानी "हैंड इन द वॉल" हमेशा से वहां आने वाले लोगों के लिए चर्चा का विषय रहा है। यह एक कंकाल का हाथ है, जो गेट की दीवार में शीशे में फ्रेम कर लगाया हुआ है। इस हाथ को देखकर ऐसा लगता है जैसे मानों ये अभी रेंगने लगेंगे और चलने लगेंगे। जैसा कि ये किसी भी पर आपके गले को पकड़ सकते हैं।
आम इंसानों के हाथ से बड़ लगते हैं ये रहस्यमयी हाथ
टावर ऑफ लंदन का "हैंड इन द वॉल" यानी ये हाथ आम इंसानी हाथों से कुछ ज्यादा ही बड़े लगते हैं। इसकी उंगलियां, एक भारी धूम्रपान करने वालों की तरह दिखाई देती हैं। ऐसा लगता है कि मानों किसी बहुत लंबे चौड़े कद-काठी के शख्स की ये हाथ होगी। हाथों की उंगलियां हल्के से ग्रिल किए हुए टोस्ट का रंग की दिखाई देती हैं।
जानें आखिर क्यों टावर ऑफ लंदन में रखा गया है ये रहस्यमयी हाथ
टिकटॉकर इन्फ्लुएंसर मेगन क्लॉसन ( Megan Clawson) ने अपने टिकटॉक वीडियो में बताया है कि "हैंड इन द वॉल" के पीछे का क्या कारण है। टिकटॉकर इन्फ्लुएंसर इस गंभीर कारण का खुलासा किया है कि बीफेटर्स ने इसे वहां क्यों रखा। लंदन के प्रतिष्ठित किले में लगभग 2.8 मिलियन पर्यटकों के लिए यह विश्वास करना कठिन है कि कई लोगों ने शरीर के भीषण अंग को यहां दान में दिया है। बता दें कि इन्फ्लुएंसर मेगन उस किले में रहती है जहां उसके पिता एक बीफीटर (गार्ड) हैं और कहा कि "हैंड इन द वॉल" की कहानी मध्ययुगीन काल की है, जब यहां भयानक दंड दिए जाते थे।
सालों पुराना है ये रहस्य
मेगन ने अपने 199,000 टिकटॉक फॉलोअर्स को बताया, "हैंड इन द वॉल" की कहानी मध्ययुगीन काल के उस वक्त की है, जब यहां आपको प्रवेश करने के लिए एक पासवर्ड की आवश्यकता थी। पासवर्ड देने के लिए, इमारत की दीवार में एक छेदनुमा बनी जगह पर अपना हाथ रखना होता था, जो नॉर्थ बायवर्ड टॉवर के बगल में है। हाथ रखने वाले शख्स को बता दिया जाता था कि उस वक्त अगर पासवर्ड गलत मिला तो उनका हाथ वहीं काट दिया जाएगा।'' मेगन के अनुसार यही सजा मध्ययुगीन काल में दी गई होगी। वह हाथ उसी का सबूत है।
हमेशा से चर्चा का विषय रहा है टावर ऑफ लंदन में रखा ये हाथ
टिकटॉकर इन्फ्लुएंसर मेगन क्लॉसन के दावे में कितनी सच्चाई है, इसकी कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। हमेशा से टावर ऑफ लंदन में रखा ये हाथ चर्चा का विषय रहा है। हालांकि कई मीडियो रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि ये कोई नहीं जानता कि ये हाथ कहां से और कैसे आया है। वहां काम कर रहे गार्ड या सुरक्षा अधिकारियों या फिर आधिकारिक टॉवर प्रेस कार्यालय को भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। कोई भी ये दावे के साथ नहीं बता सकता कि टावर ऑफ लंदन की दीवार में ये हाथ आखिर कांच के फ्रेम के पीछे कैसे आया और ये किसका हाथ है।
कुछ का दावा- 17वीं शताब्दी के अंतिम संस्कार के शवों का है ये हाथ
एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में टॉवर प्रेस कार्यालय के अधिकारी के हवाले से लिखा गया है, ''हमारे आधिकारिक प्रदर्शनों में ये हाथ एक विचित्र चीज है। हाथ बहुत पुराना दिखता है, निश्चित रूप से विक्टोरियन से पहले का है। यह मुझे वेस्टमिंस्टर एब्बे में 17वीं शताब्दी के अंतिम संस्कार के शवों के हातों की याद दिलाता है।''
'डराने और लोगों के साथ मजाक करने के लिए भी रखा गया हो सकता है ये हाथ'
वहीं कई लोगों का दावा है कि ये खौफनाख हाथ बस एक मजाक है। एक गार्ड ने कहा था, ''मेरे पास एक सिद्धांत है। मुझे लगता है कि खौफनाक हाथ वहां एक मजाक के रूप में, अनौपचारिक रूप से, किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा छिपाया गया था, जो अपनी पहचान ज्ञात होने पर मुसीबत में पड़ सकता था। या फिर यह स्पष्ट रूप से एक मूल्यवान प्राचीन वस्तु है, जिसका इंसानी शरीर से कोई लेना-देना नहीं है।'' सच तो ये है कि कोई नहीं जानता कि इस मानव हाथ की तरह दिखने वाला ये हाथ दीवार के पीछे कांच में फ्रेम कर किसने और क्यों रखा।