विलुप्त नहीं हुई है गाना गाने वाली कुत्तों की ये खास प्रजाति, 50 साल बाद यहां के जंगलों में मिला
नई दिल्ली। दुनिया में सिर्फ मनुष्य ही नहीं बल्कि कई ऐसे जानवर भी हैं जो गुनगुनाने या ऐसा कहें कि गाना गाने की कला रखते हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं सिंगिंग डॉग की, जिसे करीब 50 साल से विलुप्त माना जा रहा था। लेकिन वैज्ञानिकों ने इस प्रजाति के कुत्ते को एक बार फिर खोज निकाला है। इस प्रजाति के कुत्तों का पूरा नाम न्यू गिनी सिंगिंग डॉग है, जो गीत गुनगुनाने और हारमोनियम जैसी आवाज निकालने में माहिर है। भौंकने व चीखने के अनोखे अंदाज के लिए विख्यात और जंगलों में विलुप्त माने जा रहे द न्यू गिनी सिंगिंग डॉग को करीब 50-साल बाद दोबारा खोजा गया है।
50 साल बाद मिला सिंगिंग डॉग
बता दें कि शोधकर्ताओं के मुताबिक, 2018 में न्यू गिनी हाइलैंड में जंगली कुत्तों के समूह से लिए डीएनए में दिखा कि कैप्टिव (कैदी) सिंगिंग डॉग के साथ उनका 70% जेनेटिक ओवरलैप हुआ था। दूसरे सबसे बड़े आईलैंड न्यू गिनी के इस प्रजाति के कुत्तों को 50 साल बाद फिर खोजे जाने को वैज्ञानिक बड़ी सफलता मान रहे हैं। इस कुत्ते की रहस्यमयी काबिलियत से हैरान वैज्ञानिक आज भी इस पर शोध कर रहे हैं।
1970 में हो गया था विलुप्त
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सिंगिंड डॉग दुनियाभर के अत्यंत दुर्लभ प्रजाति के जानवरों में शुमार है। यह अपनी खास तरह से भौंकने और आवाज निकालने के लिए दुनियाभर में मशहूर हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इस खास डॉग को साल 1970 में ही विलुप्त मान लिया गया था, साल 2016 में एक बार फिर वैज्ञानिकों को इस अनोखी ब्रीड वाले डॉग्स के संकेत मिले थे।
न्यू गिनी के पहाड़ी गोल्ड माइन में खोजा गया
तब से ही वैज्ञानिक इसकी खोज में लग गए थे, आखिरकार साल 2020 में इसे खोजने में कामयाबी मिली। 31 अगस्त को पीएएनएस जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया कि इस दुर्लभ प्रजाति को न्यू गिनी के पहाड़ी गोल्ड माइन वाले इलाके में पाया गया है। विलुप्त जानवरों की श्रेणी में रखे जाने से पहले यह डॉग न्यू गिनी आईलैंड और इंडोनेशिया के पापुआ इलाके में बड़ी आबादी में पाए जाते थे।
सिंगिंग डॉग के अलावा यह जीव गुनगुनाता है
इनके खास अंदाज में भैंकने से यह दूसरे प्रजाति के कुत्तों के अलग हो जाते हैं। यह जब भैंकते हैं तो एक गीत गाने जैसी आवाज सुनाई देती है, जबकि हाउल करते समय यह डॉग्स जोर से आवाज निकालाते हैं। हाउल के समय हारमोनियम बजने जैसी आवाज सुनाई देती है। इन डॉग्स की प्रजाति के अलावा समुद्र में रहने वाली हंपबैक ह्वेल की आवाज भी गुनगुनाने के साउंड जैसी आती है।
पचास साल पहले किए गए थे संरक्षित
आज से पचास साल पहले इन दुर्लभ जानवरों को बचाने के लिए डॉग्स को कुछ चिड़ियाघरों और संरक्षण केंद्रों में रखा गया था। ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी की उनसे 200 दुर्लभ डॉग को पैदा किया जा सकेगा, जिससे इनकी आबादी को बढ़ाने में मदद मिलेगी। लेकिन हाल ही में अब सिंगिंग डॉग्स को जंगल में विचरण करते देखा गया है। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि अब उन्हें संरक्षित करने में कामयाबी मिलेगी।
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