दफनाने की चल रही थी तैयारी, ताबूत के अंदर से आने लगी आवाज, खोला तो जिंदा थी महिला
नई दिल्ली, 4 मई। आपने फिल्मों में या कहानियों में तो जरूर सुना होगा कि कोई मरा हुआ शख्स जिंदा हो गया लेकिन अगर यही सीन वास्तव में देखने को मिल जाए तो सामने खड़े शख्स के होश फाख्ता हो सकते हैं। पेरू में एक ऐसी ही घटना हुई जब वहां मौजूद लोगों के होश उड़ गए।

ताबूत से आई आवाज
पेरू में एक महिला की मौत हो गई थी जिसके बाद उसके परिजन और करीबी उसके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जुटे थे। लेकिन जब महिला को दफनाने की प्रक्रिया शुरू हुई तभी ताबूत के अंदर से खटखटाने की आवाज आई जिसके सुनकर वहां लोगों में हड़कंप मच गया। लोगों ने ताबूत खोलकर देखा तो वह जिंदा थी।

हादसे के बाद डॉक्टरों ने किया था मृत घोषित
मेट्रो यूके की रिपोर्ट के अनुसार बीती 26 अप्रैल को रोजा इसाबेल नाम की एक महिला भयानक कार हादसे का शिकार हो गई। हाईवे पर हुए इस हादसे में महिला को मृत घोषित कर दिया गया। हादसे में बहनोई की भी मौत हुई जबकि उसका भतीजा गंभीर रूप से घायल था।
रोजा को मृत घोषित करने के बाद परिजनों ने उसके अंतिम संस्कार की तैयारी की। महिला की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। जब महिला के शव को ताबूत में रखकर दफनाने के लिए ले जाया जाने लगा तो उसके अंदर से अजीब सी आवाजें आने लगी। ताबूत से आवाज आनी सुनकर लोगों में हड़कंप मच गया। जल्दी से ताबूत को नीचे उतारकर उसे खोला गया तो लोगों ने जो देखा वो हैरान करने वाला था। महिला की सांसें चल रही थी।

कुछ देर रही जिंदा, फिर हो गई मौत
पसीने से तरबतर वह सभी को एकटक देखे जा रही थी। तुरंत परिजन रोजा को रेफरेंशियल अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे गंभीर स्थिति में पाया। महिला तो डॉक्टरों ने लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया। हालांकि कुछ घंटे बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई।
कब्रिस्तान की देखरेख करने वाले जुआन सेगुंडो ने बताया कि "उसने अपनी आंखें खोलीं और पसीना बहा रही थीं। मैं तुरंत अपने कार्यालय गया और पुलिस को फोन किया।"

मेडिकल टीम पर लापरवाही का आरोप
महिला के परिजनों ने मेडिकल टीम के ऊपर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि डॉक्टरों ने सही से जांच किए बिना ही उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों को कहना है कि वह शायद कोमा में रही होगी और उसे मरा बता दिया गया। अगर सही से जांच की गई होती तो उसका इलाज किया जाता और शायद उसे बचाया जा सकता था। फिलहाल पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि अस्पताल में क्या हुआ था। वहीं हादसे में गंभीर रूप से घायल तीन लोगों का इलाज किया जा रहा है।
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