पीरियड्स की वजह से यहां अपने ही घर से निकाल दी जाती हैं महिलाएं
नई दिल्ली। पीरियड्स या मासिक धर्म प्रकृति की देन है। महिलाओं के साथ होने वाली ये चीज प्रकृति द्वारा प्रदान की गई है, लेकिन कई जगहों पर पीरियड्स की वजह से महिलाओं को नर्क जैसे हालातों का सामना करना पड़ता है। पीरियड्यस के दौरान उन्हें घर से बाहर निकाल दिया जाता है। कई जगहों पर महिलाओं को घर के रसोई में भी घुसने नहीं दिया जाता है। मंदिर में उनका प्रवेश वर्जित कर दिया जाता है। नेपाल में पीरियड्स के दौरान तो महिलाओं के साथ क्रूर व्यवहार किया जाता है। उन्हें मासिक चक्र के दौरान घर से बाहर निकाल दिया जाता है।
पीरियड्स में घरों से बेघर हो जाती है महिलाएं
नेपाल के कुछ इलाकों में आज भी ये अंधविश्वास माना जा रहा है, जिसके मुताबिक पीरियड्स के दौरान महिलाओं को घरों से बाहर रखा जाता है। उन्हें घर से बाहर एक झोपड़ी में रखा जाता है जिसे छौपाड़ी कहते हैं। इस प्रथा के मुताबिक शादीशुदा महिलाओं को पीरियड्स में जहां एक दिन के लिए तो वहीं अविवाहित महिलाओं को 1 हफ्ते के लिए छौपाड़ी में रहना होता है।
इस कुप्रथा की वजह से चली गई जान
नेपाल की इस छौपाड़ी प्रथा की वजह से हाल ही में एक महिला की जान चली गई। पीरियड्स की वजह से महिला को घर से बाहर कर दिया गया था। ठंड बहुत थी, जिसकी वजह से महिला ने खुद को गर्म करने के लिए आग जलाया था, लेकिन झोपड़ी में धुंआ भर जाने की वजह से उसकी जान चली गई।
पीरियड्स में महिलाओं पर पाबंदी
नेपाल में पीरियडस् के दौरान महिलाओं पर पाबंदी लगा दी जाती है। वो न तो घर में रह सकती है, न रसोई घर जा सकती है, न वो मंदिर जा सकती है न तालाब न सार्वजनिक नलों से पानी पी सकती है। उनके साथ पराए जैसे व्यवहार किया जाता है। हालांकि इस प्रथा पर बैन लगाया जा चपुका है, लेकिन अभी भी पश्चिमी नेपाल के इलाकों में प्रथा चालू ही है।