Video: 101 साल की महिला ने नॉन स्टॉप दौड़कर जीता अपना 17वां मेडल
101 साल की महिला ने 100 मीटर की रेस में दौड़कर जीता अपना 17वां गोल्ड मेडल।
नई दिल्ली। कहते हैं न कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती। वो न तो उम्र देखती है और न ही वक्त। उसे तो बस मौका मिलना चाहिए। यहीं मौका जब 101 साल की मन कौर को मिला तो उन्होंने साबित कर दिया कि वो उनकी उम्र उसके सामने बाधा नहीं है।
101 साल की मन कौर ने 100 मीटर के रेस में गोल्ड मेडल जीतकर सबक हौरान कर दिया। न्यूजीलैंड के ऑकलैंड शहर में आयोजित वर्ल्ड मास्टर्स गेम्स में भारत की सबसे बुजुर्ग महिला धावक मन कौर ने सबको हौरान करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया है।
ये गोल्ड मेडल उके करियर का 17वां गोल्ड मेडल है। मन कौर ने अपनी उम्र को किनारे रखते हुए अकेले रैंक पर दौड़ी और 1 मिनट 14 सेकंड्स में यह दूरी तय कर एक रिकॉर्ड कायम किया है। 25,000 प्रतिभागियों वाली इस स्पर्धा में 100 या उससे अधिक उम्र की कैटिगिरी में मन कौर अकेली थीं।
जीत
के
बाद
उन्होंने
कहा
कि
उन्होंने
रेस
को
खूब
एंजॉय
किया
और
वो
अपने
प्रदर्शन
से
बेहद
खुश
हैं।
उन्होंने
कहा
कि
वो
अभी
आगे
बी
दौड़ना
जारी
रखेंगी
और
कभी
नहीं
रुकेगी।
उन्होंने
कहा
कि
बेटे
के
कहने
पर
उन्होंने
इंटरनैशनल
मास्टर्स
सर्किट
से
जुड़ने
का
फैसला
किया
और
उनके
साथ
मिलकर
दुनियाभर
में
आयोजित
दर्जनों
प्रतियोगिता
में
हिस्सा
लिया।
मन
कौर
की
तमन्ना
है
कि
वो
अपने
मेडलों
की
संख्या
को
20
तक
पहुंचाए।
वो
200
मीटर
की
रेस
के
साथ-साथ
दो
किलोग्राम
गोला
फेंक
और
400
ग्राम
भाल
फेंक
स्पर्धा
में
भी
हिस्सा
लेना
चाहती
हैं।
देखें
वीडियो..