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सोशल मीडिया कैसे बना रहा है लोगों को धनवान

सोशल मीडिया पर लोग सिर्फ़ अपनी यादों को ही नहीं संजोते बल्कि इसके ज़रिए कई लोग खूब नाम कमा रहे हैं और कुछ लोग तो इसके ज़रिए धनवान भी बन रहे हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक़ बीते कुछ सालों में सोशल मीडिया पर पैसे कमाने वाले लोगों की संख्या अच्छी खासी बढ़ी है. मार्केटिंग फ़र्म आईज़ेडईए ने अपनी रिपोर्ट में बताया है

By जेन वेकफ़ील्ड, टेकनोलॉजी रिपोर्टर
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BBC/REUTERS

सोशल मीडिया पर लोग सिर्फ़ अपनी यादों को ही नहीं संजोते बल्कि इसके ज़रिए कई लोग खूब नाम कमा रहे हैं और कुछ लोग तो इसके ज़रिए धनवान भी बन रहे हैं.

एक रिपोर्ट के मुताबिक़ बीते कुछ सालों में सोशल मीडिया पर पैसे कमाने वाले लोगों की संख्या अच्छी खासी बढ़ी है.

मार्केटिंग फ़र्म आईज़ेडईए ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इंस्टाग्राम पर एक स्पोन्सर्ड तस्वीर की औसत क़ीमत बीते कुछ सालों में बहुत ज़्यादा बढ़ गई है.

रिपोर्ट के अनुसार जिस फोटो की क़ीमत साल 2014 में 134 डॉलर थी (लगभग 10 हज़ार रुपए) उसकी कीमत साल 2019 में 1,642 डॉलर (एक लाख रुपए) से ऊपर पहुंच गई है.

वहीं बिजनेस इनसाइडर की एक रिपोर्ट बताती है कि अलग-अलग ब्रांड्स सोशल मीडिया पर पोस्ट, वीडियो, स्टोरीज़ और ब्लॉग्स को स्पॉन्सर करने के लिए अच्छी क़ीमत चुकाने के लिए तैयार हैं.

हालांकि इन सब रिपोर्टों के बीच विज्ञापनों के एक विशेषज्ञ का मानना है कि इस नए ट्रेंड के चलते यह मान लेना की विज्ञापन के पारंपरिक तरीके बंद हो जाएंगे, यह बेमानी है.

सोशल मीडिया
Getty Images
सोशल मीडिया

सोशल मीडिया मार्केटिंग प्लेटफॉर्म सोशलबेकर के चीफ़ एग्जिक्यूटिव युवल बेन इत्ज़ेक कहते हैं, "डिजिटल मार्केटिंग ठीक उसी तरह है जैसे हम किसी चीज़ की मुंह-ज़ुबानी तारीफ़ करें, लेकिन इसके बावजूद विज्ञापन की दुनिया डिजिटल मार्केटिंग और पारंपरिक विज्ञापन माध्यमों का मिश्रण बनी रहेगी."

आईज़ेडईए की रिपोर्ट में फ़ेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम और ब्लॉग्स के प्रायोजित कंटेंट पर नज़र दौड़ाई गई और यह पाया गया कि साल 2014 से 2019 के बीच इनके दामों में बढ़ोत्तरी देखी गई है.

इन बढ़े हुए दामों का फ़ायदा सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसिद्ध हुए लोगों को भी मिला है. सिर्फ़ बड़ी सेलिब्रिटीज़ ही नहीं बल्की जिन लोगों के क़रीब एक लाख फॉलोअर्स हैं वो भी इसके ज़रिए अच्छा पैसा कमा रहे हैं.

रिपोर्ट के ख़ास बिंदु:

  • इंस्टाग्राम पर प्रायोजित तस्वीर की औसत क़ीमत साल 2018 से 2019 के बीच 44 प्रतिशत बढ़ी है.
  • एक प्रायोजित ब्लॉग के लिए जहां साल 2006 में क़रीब 500 रुपए लगते थे वहीं अब साल 2019 में इसके लिए एक लाख रुपए तक लग रहे हैं.
  • सबसे ज़्यादा वृद्धि यूट्यूब वीडियो में हुई है. इसमें क़रीब चार गुना बढ़ोत्तरी देखने को मिली है. साल 2014 में किसी एक प्रायोजित वीडियो के लिए 30 हज़ार रुपए तक लगते थे, अब उसके लिए लगभग पांच लाख रुपए तक लग जाते हैं.
  • एक फ़ेसबुक स्टेटस अपडेट की क़ीमत साल 2014 में 576 रुपए थी जो साल 2019 में बढ़कर 28 हज़ार रुपए तक पहुंच गई है.
  • ट्विटर पर एक पोस्ट की क़ीमत दो हज़ार रुपए से बढ़कर 30 हज़ार रुपए तक पहुंच गई है.
  • ब्लॉग पोस्ट की क़ीमत भी 30 हज़ार रुपए से बढ़कर 1 लाख रुपए तक हो गई है.

उपभोक्ता क़ानूनों का उल्लंघन

पैसा कमाने के मक़सद लगातार लोग सोशल मीडिया माध्यमों से जुड़ रहे हैं. यही वजह है कि अब सोशल मीडिया साइट्स ने भी लोगों पर निगरानी कड़ी कर दी है.

पिछले महीने विज्ञापन मानक प्राधिकरण ने तीन लोगों की इंस्टाग्राम पोस्ट को बैन कर दिया था क्योंकि वो खाद्य पदार्थों की झूठी ख़बरें फैला रहे थे. प्राधिकरण ने इसे गैरज़िम्मेदाराना हरकत बताया था.

इस साल की शुरुआत में कॉम्पिटीशन एंड मार्केट्स ऑथोरिटी ने चेतावनी दी थी कि कुछ लोग सोशल मीडिया के ज़रिए उपभोक्ता क़ानूनों का उल्लंघन करते हैं.

ज़ोई सग, गायिका रीटा ओरा और मॉडल रोज़ी हंटिंगन-व्हाइटली उन 16 सोशल मीडिया सेलेब्स में शामिल हैं जिन्होंने यह बात क़बूल की थी कि उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के तरीकों में बदलाव किया है.

सोशलबेकर्स के डेटा के मुताबिक़ ब्रैंड्स लगातार सोशल मीडिया के ज़रिए विज्ञापन पेश करने पर पैसे खर्च करने के लिए तैयार हैं.

रिसर्च के अनुसार पिछले साल प्रायोजित पोस्ट की संख्या में 150 प्रतिशत का उछाल देखने को मिला है. इन पोस्ट में हैशटेग का इस्तेमाल कर उन्हें फैलाया गया.

माना जा रहा है कि यह वृद्धि आने वाले सालों में भी जारी रहेगी. साल 2020 में सोशल मीडिया के ज़रिए विज्ञापन देने वाली इंडस्ट्री 10 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकती है.

सोशल मीडिया
Getty Images
सोशल मीडिया

हालांकि इंस्टाग्राम एक प्रयोग के तौर पर प्रायोजित पोस्ट से कुछ लाइक्स छिपाने की कोशिश कर रहा है लेकिन फिर भी विशेषज्ञों का मानना है कि इससे इंडस्ट्री पर कुछ ज़्यादा फर्क नहीं पड़ेगा.

सोशलबेकर्स के एग्जिक्यूटिव बेन इटजैक कहते हैं, "सोशल मीडिया के ज़रिए पैसे कमाने वाले लोग अपनी पोस्ट को देख सकते हैं, इसी तरह से ब्रांड्स भी यह देख पाते हैं कि उनके प्रायोजित पोस्ट पर कितनी इंगेजमेंट हो रही है."

"बड़ा सवाल यह है कि क्या लोग तब भी पोस्ट पर इंगेज करेंगे जब उन्हें उसमें कम लाइक दिखेंगे."

BBC Hindi
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English summary
How social media is making people rich
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