कोरोना वायरस से बचने के लिए ये हैं 10 अनोखी खोजें
अफ्रीका में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 10 लाख के पार चली गई है. ऐसे में इस महाद्वीप के इनोवेटर्स ने कई तरह की खोजों के जरिए कोविड-19 की चुनौती से निपटने की कोशिश की है. यहां हम इस तरह के 10 इनोवेशंस के बारे में बता रहे हैं.
'डॉक्टर कार' रोबोट
सेनेगल के डेकर पॉलिटेक्निक स्कूल के छात्रों ने एक कई तरह के काम करने वाला रोबोट बनाया है.
अफ्रीका में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 10 लाख के पार चली गई है. ऐसे में इस महाद्वीप के इनोवेटर्स ने कई तरह की खोजों के जरिए कोविड-19 की चुनौती से निपटने की कोशिश की है. यहां हम इस तरह के 10 इनोवेशंस के बारे में बता रहे हैं.
'डॉक्टर कार' रोबोट
सेनेगल के डेकर पॉलिटेक्निक स्कूल के छात्रों ने एक कई तरह के काम करने वाला रोबोट बनाया है. यह रोबोट मरीज़ों से उनकी देखभाल करने वालों को संक्रमण होने के जोखिम को कम करता है.
यह डिवाइस कैमरों से लैस है और इसे एक ऐप के ज़रिए कंट्रोल किया जा सकता है. डिजाइनरों का कहना है कि यह रोबोट क्वारंटीन में रह रहे मरीज़ों के कमरे में आवाजाही कर सकता है. यह मरीज़ों का तापमान ले सकता है और उन्हें दवाएं और खाना दे सकता है.
स्वचालित हाथ-धोने की मशीन
कीनिया के स्कूल में पढ़ने वाले नौ साल के बच्चे स्टीफन वामुकोटा ने एक लकड़ी की हाथ धोने की मशीन ईजाद की है ताकि वायरस को फैलने से रोका जा सके.
इस मशीन में यूजर्स पैर से दबाने वाले पैडल के इस्तेमाल के जरिए बाल्टी के पानी से हाथ धो सकते हैं. इससे यूज़र्स को किसी सतह को नहीं छूना पड़ता और उनके संक्रमित होने का जोखिम कम हो जाता है.
स्टीफन को जून में राष्ट्रपति पुरस्कार दिया गया था.
रेस्पायर-19 पोर्टेबल वेंटीलेटर
नाइजीरिया के कोविड-19 वार्डों में वेंटीलेटरों की कमी के बीच 20 साल के इंजीनियर छात्र उस्मान दल्हातू ने इस कमी को पूरा करने की कोशिश की है.
दल्हातू ने एक पोर्टेबल ऑटोमैटिक वेंटीलेटर बनाया है. वे अब ऐसे 20 वेंटीलेटर बनाने की सोच रहे हैं.
3डी मास्क प्रिंटिंग
नातालिए राफिल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी रोबोट्स कैन थिंक साउथ अफ्रीका की फाउंडर हैं.
वे 3डी प्रिंटरों का इस्तेमाल कर रही हैं ताकि जोहानसबर्ग के कुछ बड़े हॉस्पिटलों में इस्तेमाल के लिए हर दिन 100 मास्क बनाए जा सकें.
अफ्रीका महाद्वीप में कोरोना के कुल मामलों में से करीब आधे केस साउथ अफ्रीका में पाए गए हैं.
सोलर हैंड वॉशिंग सिंक
Necessity is the mother of all inventions.
Ghanaians are the BEST pic.twitter.com/7u9Re9CmOi
— Saddick Adams (@SaddickAdams) April 3, 2020
कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए घाना में लागू किए गए लॉकडाउन के बीच जूते बनाने वाले रिचर्ड क्वार्टेंग और उनके भाई जूड ओसेई ने एक सौर ऊर्जा से चलने वाली हाथ धोने की सिंक बनाने का फैसला किया.
जब हाथ इस डिवाइस में लगे सेंसर के संपर्क में आते हैं तो साबुन वाला पानी अपने आप इससे निकलता है. 25 सेकेंड्स हाथ धोने के बाद अलार्म बंद हो जाता है.
वेब-बेस्ड एक्स-रे लंग स्कैन
ट्यूनीशिया के इंजीनियरों ने एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म तैयार किया है जो कि फेफड़ों के एक्स-रे को स्कैन करता है और जानने की कोशिश करता है कि क्या मरीज कोरोना वायरस से पीड़ित तो नहीं है.
जब किसी एक्स-रे को इस प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया गया तो यह एक टेस्ट चलाता है ताकि संभावित कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगाया जा सके. राजधानी ट्यूनिस के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लायड साइंस एंड टेक्नोलॉजी के शोधार्थियों का कहना है कि यह टूल संक्रमण की संभावना का पता लगाने में 90 फीसदी प्रभावी है.
यह प्लेटफॉर्म अभी भी विकसित हो रहा है, लेकिन इसमें फेफड़ों के हजारों एक्सरे डाले गए हैं ताकि यह कोविड-19 के फेफड़ों पर असर को पहचान सके.
पुलिस रोबोट
ट्यूनीशिया में अफसरों ने अप्रैल में राजधानी ट्यूनिस की सड़कों पर पुलिस रोबोट तैनात किए ताकि लॉकडाउन के उपायों को अच्छी तरह से लागू किया जा सके.
पीगार्ड्स नाम के ये सर्विलांस रोबोट्स सड़कों पर घूमने वाले लोगों पर नजर रखते थे और उनसे बाहर निकलने की वजह पूछते थे.
नियम तोड़ने वालों को इस रोबोट में लगे कैमरे को अपनी आईडी और अन्य दस्तावेज दिखाने पड़ते थे. चार पहियों वाली इस डिवाइस में थर्मल-इमेजिंग कैमरे लगे हुए हैं.
लकड़ी का मनी सैनिटाइजर
केन्या के मोबाइल मनी एजेंट डैनसन वांजोही ने एक लकड़ी की डिवाइस बनाई है जो कि नकदी के नोटों को मशीन में बने एक स्लॉट से गुजारने पर उन्हें सैनिटाइज करती है.
वांजोही ने एक मोटर, रबड़ बैंड और गीयर लगाकर यह मशीन बनाई है. जैसे ही नोट इस डिवाइस से गुजरते हैं वे एक सैनिटाइजिंग सॉल्यूशन से साफ हो जाते हैं.
रैपिड 65-मिनट कोविड-19 टेस्ट किट
दक्षिण अफ्रीकी टेक आंत्रप्रेन्योर्स डैनियल एनडीमा और डाइनियो लिओमा ने एक कोविड-19 टेस्टिंग किट बनाई है जो कि केवल 65-मिनट में रिजल्ट दे देती है.
आमतौर पर, कोविड-19 टेस्ट का रिजल्ट आने में तीन दिन तक का वक्त लगता है.
इस टेस्टिंग किट को क्यूपीसीआर नाम दिया गया है. इसमें डीएनए को मापने वाली टेक्नोलॉजी लगाई गई है. इस टेस्टिंग किट को लागू होने से पहले रेगुलेटरी अप्रूवल लेने होंगे.
सोशल डिस्टेंसिंग के साथ हेयरकट
इथियोपिया में बाल काटने वालों ने कोविड-19 के जोखिम को कम रखते हुए लोगों के बाल काटने का एक नया तरीका ईजाद किया है.
बाल काटने वाले एक खासतौर पर बनाए गए बूथ में खड़े होते हैं. इस बूथ में ग्राहक और बाल काटने वाले के बीच एक पार्टीशन होता है. इस तरह से एक-दूसरे के बीच संपर्क कमतर हो जाता है.