क्या खूब है एक आम किसान के देखभाल की यह मिसाल
नई दिल्ली। अगर आपका नजरिया और सोच लोगों से हटकर हो तो खबर बनते समय नहीं लगता। अब आदिलबाद के एक किसान को ही ले लीजिए। जिसके चलते उसने अपने कुछ अलग रवैये से सोशल मीडिया पर खूब सुर्खिया बटोरी और प्रशंसा के पात्र भी बन रहे हैं। यह बात तो निश्चित है कि धूप सिर्फ हम इंसानों को नहीं लगती जानवर भी लू और गरम हवाओं की तपिश को उतना ही झेलते हैं जितना हम इंसान। लेकिन कितने लोग ऐसे होंगे जो बेजुबान जानवरों के इस दर्द को समझते होंगे। लेकिन यह किसान अपने बेजुबान जानवर का दर्द आसानी से समझते हैं।
आगे दी गई एक कहानी आपको मानवता का यही उदाहरण देगी। हालांकि नीचे दी गई फोटो से सबकुछ बयां तो हो जाएगा लेकिन इसके बावजूद भी इसके लिए दो बातें करनी जरूरी हैं। दरअसल, तेलंगाना के आदिलबाद से बिलॉन्ग करने वाले एक किसान को यह भलीभांति पता है कि अगर उनका बैल उनकी रोजी रोटी में उनकी हेल्प कर रहा है तो अपने बेजुबान जानवर की सहायता करना उनका पहला फर्ज है। उन्होंने अपने बैल को कड़ी धूप से बचाने के लिए बैलगाड़ी पर इस तरह से छांव कर दी कि बैल उसकी छांव के नीचे पूरी तरह से आ जाए। उन्हें इस बात का एहसास तब हुआ जब वह फार्मिंग के लिए घर से बाहर निकले और 44 डिग्री सेल्सियस में उनके हाथ पांव पूरी तरह से कड़ी धूप में जलने लगे। और तो और खास बात यह है कि यह जनाब व्हाटहसएप हो, टिवटर हो या फिर फेसबुक हो हर जगह अपने रोचक नजरिए से लोगों के बीच छाए हुए हैं। आज जहां से भी वह अपनी बैलगाड़ी लेकर गुजरते हैं लोगों की निगाहें उनसे ज्यादा उनकी बैलगाड़ी पर होती है।