10000 साल पुराने कंकाल से पता चला कैसे थे ब्रिटिश के पूर्वज ?
नई दिल्ली। ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने बड़ी कामियाबी हासिल की है। ब्रिटेन के वाज्ञानिकों और पुरातत्व वैज्ञानिकों ने 10000 साल पुराने कंकाल की मदद से ये पता लगा दिया है कि ब्रिटेन के लोग पहले देखने में कैसे थे। 10हजार साल पुराने कंकाल की मदद से एक पुतला तैयार किया गया है, जिसके आधार पर वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि ब्रिटेन के लोग पौराणिक काल में कैसे दिखते थे।
कैसे थे ब्रिटेन के लोग
इस पुतले के आधार पर पुरातत्व वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि ब्रिटेन के लोग जो अभी गोले दिखते हैं वो पहले गोरे नहीं थे। इस खोज के आधार पर वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि शुरुआती दौर में ब्रिटेन के लोग काले रंग के होते थे। उनके बाल घुंघराले होते थे और उनकी आंखे नीली रंग की होती थी। आपको बता दें कि इस पुतले की खोपड़ी में एक बड़ा छेद है, जिससे पता चलता है कि वह एक हिंसक की वजह से उसकी मृत्यु हो गई थी।
लंदन के नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम के वैज्ञानिकों का दावा
वैज्ञानिकों को साल 1903 में ये कंकाल शेडर मैन छेडर गॉज , सॉमरसेट की गॉफ गुफा में मिला था। ये कंकाल 10000 साल पुराना बताया गया। इस कंकाल की मदद से एड्री और अल्फोंस केनिस नाम के वैज्ञानिकों ने एक पुतला बनाया। पुतला डीएनए की मदद से तैयार किया गया और फिर इन वैज्ञानिकों ने दावा किया कि 10 हजार साल पहले ब्रिटेन के नागरिक कैसे दिखते थे। इस पुतले को बनाने वाले वैज्ञानिक अल्फोंस के मुताबिक लोग अपनी मातृभूमि के आधार पर दावा कर देते हैं कि उनके पूर्वक कैसे दिखते होंगे। उनका रंग और नाक-नक्श कैसा होगा, लेकिन इस खोज ने साबित कर दिया है कि हम अपने पूर्वजों से बिल्कुल अलग हैं।
ब्रिटेन में पाया जाने वाला सबसे पुराना कंकाल
वैज्ञानिकों का दावा है कि ये कंकाल ब्रिटेन में पाया जाने वाला सबसे पुराना मानव-कंकाल हैं। उन्होंने दावा किया है कि उनके पूर्व उनकी तरह गोरे नहीं बल्कि काले थे। लंदन के इतिहास संग्रहालय और चैनल 4 ने कल प्राचीन मानव के पुनर्निर्माण का का प्रसारण किया। इसे अत्याधुनिक डीएनए और चेहरे की पुनर्निर्माण तकनीक से तैयार किया गया।