शरीर के बाहर खोपड़ी लेकर जन्मा बच्चा, डॉक्टरों ने बचाई जान
जैंडन के शरीर के बाहर उसका ब्रेन था। शरीर के बाहर उसका दिमाग लटक रहा था। उसे देखकर डॉक्टर भी भयभीत हो गए। मां-बाप पहले से ही इस सदमे के लिए तैयार थे।
नई दिल्ली। हर मां-बाप नौ महीनों तक अपने बच्चों का जन्म का इंतजार करता है। उसके लिए सपने संजोता है, लेकिन कई बार जब उनका बच्चा जन्म देता है तो उसे देखकर उसकी खुशी गम में बदल जाती है। पर्थ के रहने वाले थैंबी और उनके पति के साथ भी ऐसा ही हुआ। बच्चा जब मां के गर्भ में था तभी डॉक्टरों ने बता दिया था कि उनका बच्चा सामान्य नहीं है। उसके पैदा होने के बाद उन्हें खुशी नहीं होगी। डॉक्टरों ने थैंबी को सलाह दी कि वो अपना गर्भपात करवा लें, लेकिन थैंबी और उनके पति ने बच्चे को पैदा करने की ठानी और जैंडन को जन्म दिया।
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक जैंडन के शरीर के बाहर उसका ब्रेन था। जी हां शरीर के बाहर उसका दिमाग लटक रहा था। उसे देखकर डॉक्टर भी भयभीत हो गए। मां-बाप पहले से ही इस सदमे के लिए तैयार थे। डॉक्टरों के मुताबिक जैंडन नेजल इंसैफलोसील नाम की बीमारी से ग्रसित है। उसका दिमाग उसके दोनों आंखों के बीच लटका हुआ था। लेकिन डॉक्टरों ने कहा कि ऑपरेशन से वो ठीक हो सकता है। हलांकि डॉक्टर्स के लिए ये अपनी तरह का पहला मामला था।
थैंबी और उनके पति ने अपने बच्चे के लिए इस रिस्क को उठाने की सोची और ऑपरेशन के लिए तैयार हो गई। 6 घंटे तक चले ऑपरेशन के बाह डॉक्टरों ने जैंडन के दिमाग को उसके सही जगह पर पहुंचा दिया। डॉक्टरों के साथ-साथ मां-बाप की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। जैंडन ने ऑपरेशन के बाद अपने तेज रफ्तार विकास से सबको हैरान कर दिया। अब वो पूरी तरह से ठीक है। वो आसानी से चल-फिर सकता है। सब कुछ देख सकता है। डॉक्टरों के मुताबिक उसके नाक की प्लास्टिक सर्जरी कर उसे भी ठीक कर दिया जाएगा।