2016 में होंगी अद्भुत खगोलीय घटनाएं, जानिए कब-कब?
[अजब गजब] आसमान में दिखाई देने वाले तारों को अकसर आप गौर से देखते होंगे, कभी-कभी सूर्य की ओर देखने के प्रयास करते होंगे और जब-जब पूर्णिमा के दिन चंद्रमा देखते होंगे, तो मुंह से एक ही शब्द निकलता होगा- वाह! और साल में जब भी ग्रहण पड़ता होगा, तो आप उस घटना को देखने के लिये उत्सुक जरूर रहते होंगे।
पढ़ें- 2016 में पड़ने वाले सूर्य एवं चंद्र ग्रहण
क्या आप जानते हैं, इन सबके अलावा कई सारी खगोलीय घटनाएं हैं, जो हम देख सकते हैं। चलिये बात करते हैं 2016 में पड़ने वाली खगोलीय घटनाओं के बारे में।
नीचे स्लाइडर में एक-एक तस्वीर को आगे बढ़ाते जाइये। थोड़ी ही देर में आप को पता चल जायेगा कि कब उल्कापिंड गिरेंगे, कब पूर्ण सूर्य ग्रहण पड़ेगा और कब-कब सुपरमून दिखाई देगा।
2016 की खगोलीय घटनाएं
साल 2016 में होने वाली अद्भुत खगोलीय घटनाओं के बारे में पढ़ने के लिये आगे स्लाइड पर क्लिक करें।
उल्कापिंड की बारिश
3-4 जनवरी को रात के वक्त उल्कापिंडों की बारिश होगी, जो पृथ्वी से दिखाई देगी। इस अद्भुत नजारे को देखने के लिये दुनिया भर के खगोलशास्त्रियों ने तैयारियां कर ली हैं। इस दिन 40 उल्कापिंड प्रतिघंटा की दर से उल्कापात होगा।
दिखेगा बृहस्पति
8 मार्च की रात आप एक अच्छी दूरबीन से बृहस्पति ग्रह को देख सकते हैं। अगर टेलिस्कोप है, तब तो नजारे का लुत्फ और बढ़ जायेगा। आसमान में एक चमकता हुआ गोला दिखाई देगा। टेलिस्कोप से बृहस्पति के चार चंद्रमा भी देखे जा सकेंगे।
पूर्ण सूर्य ग्रहण
पूर्ण सूर्य ग्रहण दक्षिण और पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और भारतीय महासागर से दिखाई देगा। भारत में यह ग्रहण नहीं दिखाई देगा। उस वक्त सूर्योदय हो रहा होगा।
चंद्र ग्रहण
यह चंद्र ग्रहण एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका और दक्षिण अमेरिका के कुछ भागों में स्पष्ट दिखाई देगा। आंशिक रूप से यह एशिया, ऑस्ट्रेलिया, भारतीय महासागर, आर्कटिक, अंटार्कटिका से दिखेगा।
बुध ग्रह दिखेगा
बुध ग्रह दिखाई दे, ऐसा बहुत कम होता है। इसे यूरोप, उत्तरी अमेरिका, सेंट्रल और साउथ अमेरिका के अलावा एशिया व अफ्रीका के कुछ भागों से देखा जा सकेगा। भारत से भी यह दिखाई देगा। इसे टेलिस्कोप से ही देखा जा सकेगा।
दिखेगा शनि ग्रह
3 जून को शनि ग्रह पृथ्वी के बेहद करीब होगा। रात के वक्त अगर आसमान साफ हुआ तो आप इसे आसानी से देख सकते हैं। तारों के बीच एक बड़ा गोला और उसके चारों ओर तारों का गुच्छा नजर आयेगा।
उल्कापात
चमकते हुए उल्कापिंड आपको आसमान में दिखाई देंगे। यह उल्कापिंड 133 साल बाद पृथ्वी के करीब से गुजरेगा। इसे टेलिस्कोप से ही देखा जा सकेगा।
शुक्र और बृहस्पति
27 अगस्त को शुक्र और बृहस्पति एक दूसरे के करीब होने के साथ-साथ पृथ्वी के भी करीब आयेंगे। इस दिन आप आसानी से दोनों ग्रहों को जुड़वां भाईयों की तरह देख सकेंगे।
सूर्य ग्रहण
यह ग्रहण भारत, अफ्रीका, मडागास्कर, अटलांटिक महासागर और भारतीय महासागर से दिखाई देगा। अफ्रीका में यह आंशिक रूप से ही दिखाई देगा।
चंद्र ग्रहण
यह ग्रहण एशिया, ऑस्ट्रेलिया और पूर्वी अफ्रीका में दिखाई देगा। आंशिक रूप से यूरोप, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक और अंटार्कटिका में दिखेगा।
सुपरमून
16 सितंबर और 14 नवंबर को पूर्ण चंद्रमा यानी सुपरमून दिखाई देगा। यह अद्भुत नजारा दुनिया के कई देशों में दिखाई देगा।