मधुमेह से बचें, खूब खाएं मछली
शोधकर्ताओं ने सन 1999 से 2007 के बीच स्पेन की नवारा यूनिवर्सिटी के 13,000 से ज्यादा ऐसे छात्रों पर अध्ययन किया, जिन्हें मधुमेह नहीं था। दिसंबर 1999 से नवंबर 2007 के बीच उनके खान-पान की आदतों और स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखी गयी। शोधकर्ता हर दो साल में प्रतिभागियों को एक प्रश्नावली देते थे, जिसमें उनसे भोजन, जीवनशैली और स्वास्थ्य संबंधी प्रश्न पूछे जाते थे।
अध्ययन के दौरान पाया गया कि जिन प्रतिभागियों ने अपने खान-पान में बदलाव नहीं किया, उनमें मधुमेह होने की आशंका कम देखी गई, जबकि जिन लोगों ने अपने खाने संबंधी आदतें बदली थीं, उनमें मधुमेह की संभावना ज्यादा पाई गई।
अध्ययन के निष्कर्षो को 'ब्रिटिश मेडिकल' जर्नल वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया है।
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इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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