थार मरुस्थलः भारत के लिए चुनौती
बंगलौर स्थित 'सेंटर फॉर मैथेमेटिक मॉडलिंग एंड कंप्यूटर सिमुलेशन' (सीएसआईआर) के वैज्ञानिक पी. गोस्वामी और के. वी. रमेश का कहना है, "आकलन के अनुसार अगले सौ वर्षो में थार मरुस्थल के क्षेत्र का काफी विस्तार होगा।" वैज्ञानिकों ने इसके लिए में बारिश के प्रारूप के बारे में भी अध्ययन किया।
गौरतलब है कि थार देश का सबसे बड़ा मरुस्थल है और यह भारतीय उपमहाद्वीप में फैला हुआ है। यह दो लाख वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। विश्व का यह सातवां सबसे बड़ा मरुस्थल राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, गुजरात और पाकिस्तान तक फैला हुआ है।
वैज्ञानिकों का यह अध्ययन 'कंरट साइंस' नामक पत्रिका में प्रकाशित हुई है। यह पत्रिका भारतीय विज्ञान अकादमी के सहयोग से प्रकाशित होती है। इसकी शुरुआत वर्ष 1932 में हुई थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
Comments
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें