बाल-बाल बची धरती, पहली बार इतने करीब से निकला एसयूवी कार जितना बड़ा उल्कापिंड
नई दिल्ली। नासा ने मंगलवार को कहा कि एसयूवी के आकार का एक एस्टेरॉयड पृथ्वी से पास से रविवार को गजुर गया। यह अभी तक धरती के सबसे नजदीक से गुजरने वाला एस्टेरॉयड है। नासा ने बताया कि 2020 QG नाम का यह एस्टेरॉयड हिंद महासागर के 1,830 मील (2,950 किलोमीटर) की ऊंचाई से होकर गुजरा। नासा के जेट प्रपल्शन लैब ने अपने बयान में कहा कि यदि 2020 QG नामक यह एस्टेरॉयड धरती से टकराता तो भी किसी तरह के नुकसान की आशंका नहीं थी।
44 हजार किमी प्रति घंटे थी रफ्तार
अमेरिकी एजेंसी के मुताबिक, पहले भी एस्टेरॉयड पृथ्वी के ऊपर से गुजरे हैं, लेकिन यह पहली बार है जब कोई एस्टेरॉयड पृथ्वी के इतना करीब आया हो। इससे किसी भी तरह का कोई खतरा नहीं था। अगर वह पृथ्वी के वायुमंडल में घुसता को फायरबॉल बनकर नष्ट हो जाता। जेपीएल ने बताया कि हिंद महासागर के दक्षिणी हिस्से के ऊपर से 20 फीट लंबा एस्टेरॉयड रविवार को गुजरा। यह 8 मील प्रति सेकेंड की रफ्तार से चल रहा था। एसयूवी के आकार का एस्टेरॉयड जितने करीब से गुजरा है वह अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
रिकॉर्ड बुक में दर्ज हुआ 2020 QG का नाम
एजेंसी ने बताया कि, आसमान से गुजरते समय इस एस्टेरॉयड की टक्कर किसी सैटेलाइट से भी नहीं हुई, क्योंकि यह एस्टेरॉयड जिस ऊंचाई से गुजरा उस कक्षा में कई टेलीकम्युनिकेशन सेटेलाइट्स धरती का चक्कर लगाते हैं। आकाश में प्रकाश की एक लंबी पगडंडी के रूप में कैलिफ़ोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में पालोमर वेधशाला में एक टेलीस्कोप ने इस घटना को रिकॉर्ड कर लिया। हर साल अनेको छोटे-छोटे एस्टेरॉयड धरती के करीब से गुजर जाते हैं लेकिन काफी कम की पहचान हो पाती है।
2013 में रूस में घटी थी अनोखी घटना
2013 में रूस का चेल्याबिंस्क भी एक ऐसी ही खगोलीय घटना का गवाह बना था, जब तेज रोशनी छोड़ते हुए एक उल्कापिंड वहां जा गिरा था। इस घटना में एक हजार के आसपास लोग घायल हुए थे। रूसी वैज्ञानिकों ने दावा किया था कि उल्कापिंड धरती के वायुमंडल में करीब 54,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घुसा और धरती से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर कई छोटे टुकड़ों में बिखर गया।
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कई बडे उल्का पिंडों पर नासा की नजर
नासा का मिशन बड़े एस्टेरॉयड जिनकी आकार करीब 460 फीट की होती है उनकी निगरानी करता है। इनसे वास्तव में पृथ्वी के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं, लेकिन वह छोटे एस्टेरॉयड को भी ट्रैक करता है। फिलहाल 22 ऐसे ऐस्टरॉइड्स हैं जिनके पृथ्वी से टकराने की थोड़ी सी भी संभावना है। इस लिस्ट में सबसे पहला और सबसे बड़ा ऐस्टरॉइड 29075 (1950 DA) जो 2880 तक नहीं आने वाला है।
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