जन्मदिन बन गया जिंदगी का आखिरी दिन, दोस्त के साथ उठी अर्थी, सबको रुला गई ऐसी अंतिम विदाई
बीकानेर। बीकानेर के किसमीदेसर निवासी दिनेश गहलोत व छतरगढ़ निवासी दीपक पंचारिया की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर छतरगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची। जहां NDRF व ग्रामीणों की मदद से 18 घण्टे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद युवकों के शव को नदी से बाहर निकलवाया गया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया गया है। वहीं, हादसे के बाद गांव में शोक की लहर छा गई है।
दीपक का था जन्मदिन
जानकारी अनुसार युवक छतरगढ़ निवासी दीपक पंचारिया का कल जन्मदिन था। दीपक के जन्मदिन पर उसके दोस्त दिनेश गहलोत अपने चार दोस्तों शुभम सैनी, महेंद्र, हर्षित और गजेंद्र सिंह के साथ शाम करीब 5 बजे IGNP की 507 घेघड़ा झील के किनारे पार्टी मनाने गए थे।
छह में से दो दोस्त नहाने उतरे नदी में
झील किनारे कुछ देर एंजॉय करने के बाद दिनेश और दीपक नहाने के लिए झील में उतरे थे। बाकी 4 दोस्त नदी के किनारे पर रह गए। दिनेश और दीपक जहां उतरे वहां पानी गहरा था। पानी में जाने के बाद कुछ ही देर में दोनों नजर आने बंद हो गए। करीब 15 से 20 मिनट बाद दोस्तों ने उन्हें तलाशना शुरू किया। इसके बाद युवकों के डूबने की सूचना छतरगढ़ पुलिस को मिली। सूचना मिलने पर छतरगढ़ पुलिस मौके पर पहुँची और गोताखोरों व ग्रामीणों की मदद से घेघड़ा नदी में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
दूसरे दिन निकाले जा सके शव
रात को अंधेरा हो जाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन में रुकावट आयी और शव नहीं मिले। सुबह फिर टीम ने सर्च ऑपरेशन चालकर 18 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों युवकों के शव को बाहर निकवाकर मोर्चरी में रखवाया है। बताया जा रहा है कि दीपक और गजेंद्र सिंह छतरगढ़ के ही रहने वाले थे। बीकानेर से चारों दोस्त अपनी गाड़ी से छतरगढ़ पहुंचे थे। वहां से दीपक और गजेंद्र को लेकर झील किनारे पहुंच गए थे। झील किनारे नाश्ते की प्लेट और अन्य सामान भी मिला।