राजस्थान में सड़क पर बही दूध की नदी, लोग बोले—इससे अच्छा तो जरूरतमंदों में ही बांट देते दूध
बीकानेर। राजस्थान के बीकानेर जिले के नोखा में उरमूल डेयरी प्लांट बन्द होने से नाराज दूध उत्पादकों किसानों ने बुधवार को कलक्ट्रेट कार्यलय के सामने सड़क पर करीब 300 लीटर दूध बहाकर विरोध प्रदर्शन किया और डेयरी प्लांट चालू करने की मांग की।
बता दें कि नोखा में डेयरी दूध प्लांट के मैनेजर के साथ हुई मारपीट के बाद डेयरी दूध प्लांट को बंद कर दिया गया है। प्लांट बंद होने से आक्रोशित किसानों ने बुधवार को बीकानेर के जिला कलक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन कर विरोध जताया। इस दौरान वहां के लोगों में यह भी चर्चा हुई कि किसानों को सड़क पर दूध बहाने की बजाय जरूरतमंद परिवारों को देना चाहिए था।
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नोखा क्षेत्र से आए किसानों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते हुए दूध को सड़क पर बहा दिया। प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना था कि पिछले एक महीने से दूध प्लांट बंद पड़ा है। जिसके चलते किसानों का दूध खरीदा नहीं जा रहा है। निजी डेयरी के संचालक मनमाने भाव से दूध खरीद रहे हैं। इस कारण किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
किसान मुनीराम गोदारा ने बताया कि उरमूल डेयरी प्लांट बन्द होने से कस्बे के सारे दूध व्यापारी बेरोजगार हो गए हैं। उनके सामने परिवार पालने का संकट मंडरा गया है। व्यापारियों ने बताया कि प्रशासन से हमारी मांग है कि जल्द से जल्द इस बंद पड़े उरमूल प्लांट को चालू किया जाए ताकि हम हमारे परिवारा का पेट पाल सकें। साथ ही मामले के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।