बिजनौर कोर्ट शूटआउट: चौकी इंचार्ज समेत 19 पुलिसकर्मियों को किया सस्पेंड, साहिल ने पुलिस से कहा- इंतकाम पूरा हुआ
बिजनौर। उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में मंगलवार को सीजेएम कोर्ट में हुए शूटआउट मामले पुलिस पर गाज गिरी है। कोर्ट परिसर में सुरक्षा में लापरवाही बरतने के मामले में एसपी बिजनौर ने चौकी इंचार्ज समेत 19 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। एसपी का मानना है कि इन पुलिसवालों ने सुरक्षा में कोताही बरती है। वहीं, चश्मदीदों की मानें तो पकड़े जाने के बाद साहिल ने पुलिस को बताया कि उसका इंतकाम पूरा हुआ।
क्या है मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बसपा नेता हाजी अहसान और उनके भांजे शादाब की 28 मई 2019 को उन्हीं के दफ्तर में हत्या कर दी गई थी। वारदात को अंजाम देने वाले हत्या के आरोपियों शाहनवाज और जब्बार को दिल्ली की तिहाड़ जेल से बिजनौर की सीजेएम कोर्ट में मंगलवार को लाया गया था। सुनवाई शुरू हुई तो वहां पर सीजेएम योगेश कुमार, दिल्ली पुलिस का जवान संजीव, कोर्ट मोहर्रिर (यूपी पुलिस का जवान) मनीष कुमार मौजूद थे। इसी बीच वहां तकरीबन 25 राउंड गोलियां चलीं। गोलियों की आवाज से वहां मौजूद लोग थर्रा उठे।
पुलिस की लापरवाही आई सामने
आरोपी शाहनवाज की मौत हो गई, जब्बार इन सबके बीच अपनी जान बचाकर कोर्ट से रूम से भाग निकला। हालांकि, मनीष और संजीव गोली लगने की वजह से जख्मी हो गए। सीजेएम योगेश कुमार इस घटना में बाल-बाल बच गए। इस वारदात के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं, कोर्ट में दिनदहाड़े कुख्यात बदमाश शाहनवाज की हत्या के बाद जजी परिसर में सुरक्षा की पोल खुल गई है। पिस्टलों को थैले में रखकर शातिर महिला आसानी से जजी परिसर में पहुंच गई और शूटरों को पिस्टल सौंप दी गईं, लेकिन कहीं पर भी चेकिंग में उसे पकड़ा नहीं जा सका। इसमें पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है।
तीनों आरोपी अरेस्ट
एसपी संजीव त्यागी ने बताया कि वारदात को हाजी अहसान की दूसरी पत्नी के बेटे साहिल ने अपने दो साथियों के साथ कोर्ट में अंजाम दिया था। उसने अपने पिता की हत्या के आरोपी शाहनवाज और जब्बार को निशाना बनाते हुए फायरिंग शुरू कर दी। शाहनवाज को कई गोलियां लगने से मौके पर ही मौत हो गई। हेड मोहर्रिर मनीष और दिल्ली पुलिस का सिपाही संजीव गोली लगने से घायल हो गए। पुलिस ने बीएसपी नेता अहसान के बेटे साहिल सहित तीन आरोपियों को कोर्ट रूम में बंद कर गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस से कहा- इंतकाम पूरा हुआ
साहिल ने पुलिस को बताया कि उसके पिता हाजी अहसान की हत्या के बाद से ही वह बदले की आग में सुलग रहा था। उसने तभी से ठान लिया था कि पिता की हत्या का बदला जरूर लेना है। चश्मदीदों के मुताबिक पकड़े जाने के बाद साहिल ने पुलिस को बताया कि उसका इंतकाम पूरा हुआ। बता दें कि गोलियां बरसाने के बाद साहिल और उसके साथियों ने मौके पर मौजूद लोगों से कहा कि वे डरें या भागें नहीं। बताते हैं कि साहिल ने वारदात से पहले भी रेकी की थी।
जब्बार का अब तक सुराग नहीं
इस बीच बिजनौर कोर्ट में फायरिंग के दौरान मारे गए शाहनवाज के दूसरे साथी जब्बार का अभी तक कुछ सुराग नहीं लग पाया है। हमले के दौरान वह कोर्ट से फरार हो गया था। पुलिस की कई टीम उसकी तलाश में बुधवार को भी जुटी हैं। उसके करीबियों, रिश्तेदारों और साथियों पर नजर रखी जा रही है।