तब्लीग-ए-जमात: इंडोनेशिया के 8 धर्म प्रचारक बिजनौर की मस्जिद में मिले, मुफ्ती व मौलवी समेत 5 पर FIR
बिजनौर। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज की तब्लीग-ए-जमात में शामिल होने आए इंडोनेशिया के 8 धर्म प्रचारक बिजनौर जिले के नगीना की जामुन वाली मस्जिद में मिले हैं। प्रशासन ने मस्जिद से निकालकर उनके मेडिकल चेकअप करवाया और होम क्वारंटाइन कर दिया। इसके साथ ही जिस मस्जिद में रुके हुए थे, उसके मौलाना और बाकी लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। प्रशासन का कहना है कि उनके यहां रुके होने की उन्हें जानकारी नहीं दी गई थी।
बिजनौर के एसपी देहात संजय सिंह ने बताया, 'ये लोग नगीना की जामुन वाली मस्जिद में रुके हुए थे। ये लोग पहले दिल्ली रुके हुए थे, वहां से बिजनौर आए थे। ये सभी इंडोनेशिया के नागरिक हैं। ये सभी बांग्लादेश के रास्ते ओडिशा पहुंचे और वहां से दिल्ली पहुंचे थे। 21 मार्च को ये लोग नगीना वाली मस्जिद आ गए थे। इनके साथ एक ट्रांसलेटर भी साथ थे। मस्जिद के मौलवी और अन्य लोगों सहित पांच के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।'
एसपी देहात ने बताया कि सभी 8 लोगों को जांच के लिए आईसोलेशन सेंटर भेज दिया है। वहीं मामले में प्रशासन को इसकी सूचना नहीं देने को लेकर मस्जिद के 5 लोगों के खिलाफ धारा 188, 268,270 व महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर हैं। प्रशासन की तरफ से पूरी मस्जिद को सेनिटाइज करने की तैयारी है। बताया जा रहा है कि ये लोग 13 मार्च से यहीं रुके हुए थे।
लखनऊ,
प्रयागराज
में
नहीं
लौटे
जमाती
उधर
लखनऊ
से
अब
खबर
मिल
रही
है
कि
यहां
के
20
चिन्हित
लोग
अभी
तक
लखनऊ
लौटे
नहीं
हैं।
सूत्रों
के
मुताबिक
ये
सभी
20
लोग
अभी
दिल्ली
में
ही
हैं।
वहीं
प्रयागराज
मंडल
के
भी
लोगों
के
अभी
दिल्ली
में
ही
होने
की
सूचना
है।
बता
दें
प्रयागराज
मंडल
से
भी
11
लोगों
शामिल
होने
की
सूचना
थी।
इनमें
आठ
लोग
प्रयागराज
के
मऊ
आइमा
और
तीन
लोग
प्रतापगढ़
जिले
के
शामिल
हुए
थे।
वाराणसी
में
पुलिस
ने
बिठाया
पहरा
उधर
निजामुद्दीन
तबलीगी
जमात
में
वाराणसी
से
भी
8
और
भदोही
से
एक
शख्स
के
शिरकत
करने
की
सूचना
पुलिस
को
मिली
थी।
एडीजी
जोन
के
आदेश
पर
वाराणसी
में
पुलिस
छापेमारी
कर
रही
है।
पुलिस
को
इन
लोगों
के
परिजनों
ने
बताया
कि
ये
लोग
अभी
वापस
घर
नहीं
आए
हैं।
पुलिस
ने
घर
से
लेकर
रिश्तेदारों
तक
पुलिस
का
पहरा
बिठा
दिया
है।