बेगूसराय: भैया, भाभी और भतीजी के मर्डर के बाद खत्म हुई गोली तो बची दो भतीजे की जान
बेगूसराय। बिहार के बेगूसराय में दीपावली की रात सिंघौल थाना क्षेत्र के मचहा गांव में भाई विकास ने कुणाल सिंह, उनकी पत्नी और बेटी सोनम की हत्या कर दी। बाहर पटाखा छोड़ रहे कुणाल के दोनों बेटों शिवम और सत्यम को भी विकास ने मारना चाहा लेकिन पिस्टल की गोली खत्म हो गई इसलिए दोनों की जान बच गई। दिल दहला देने वाली वारदात के बारे में बताते हुए डीएसपी कुंदन कुमार सिंह ने कहा कि इससे पहले आरोपी विकास अपने चाचा और चाची की भी हत्या कर चुका है।
चाची की हत्या के गवाह थे कुणाल
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, कुणाल के चाचा को कोई औलाद नहीं थी। चाचा कुणाल को बहुत ज्यादा मानते थे। इससे कुणाल के भाई विकास को यह लगने लगा कि चाचा जमीन-जायदाद कुणाल के नाम लिख देंगे इसलिए आरोपी विकास ने 2012 में पहले चाचा की हत्या कर दी। इस हत्याकांड की गवाह उसकी चाची थी। 2017 में विकास ने चाची की भी हत्या कर दी। चाची हत्याकांड का गवाह कुणाल थे। दीपावली की रात भाई कुणाल की हत्या करने विकास उनके घर में घुसा।
भैया-भाभी और भतीजी की हत्या
विकास ने भैया कुणाल, भाभी कंचन और भतीजी सोनम की गोली मारकर हत्या कर दी। तीनों की हत्या के बाद विकास घर से बाहर पटाखा छोड़ रहे कुणाल के दोनों बेटों को मारने पहुंचा लेकिन पिस्टल की गोली खत्म हो गई थी। इससे कुणाल के दोनों बेटों शिवम और सत्यम की जान बच गई। विकास मौके से फरार हो गया। शिवम और सत्यम घर के अंदर पहुंचे तो वहां उन्होंने मां, पापा और बहन की लाश देख शोर मचाया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस ने विकास का इतिहास खंगाला
पुलिस ने मामले की जांच में पाया कि विकास जमीन जायदाद हथियाने की मंशा से पहले ही चाचा और चाची की हत्या कर चुका है। वह एक मुकदमे के सिलसिले में हाल में ही जमानत पर जेल से छूटा था। पुलिस का कहना है कि विकास की तलाश की जा रही है और जल्द ही उसकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी। इसके लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।