बिहार: महादलितों को अंग्रेजी बोलना सिखाने की योजना में करोड़ों का घोटाला, 4 आईएएस अफसर पर केस दर्ज
पटना। बिहार महादलित विकास मिशन के तहत चलाए गए स्पोकन इंग्लिश योजना में शिकायत मिलने के बाद बिहार सरकार ने इस मामले की जांच की जिम्मेदारी विजिलेंस को सौंपी। इसकी जांच करने विजिलेंस टीम से एएसपी काशीम अररिया पहुंचे और जिन लोगों का नाम हाजिरी रजिस्टर मे दर्ज हैं उन अभ्यर्थियों से पूछताछ की तो पता चला कि इन लोगों को सिर्फ 4 से 5 दिन ही ट्रेनिंग दी गई है। जबकि यह कोर्स 3 महीने का था, लेकिन संस्था ने किसी भी महादलित टोला में ट्रेनिंग नहीं दी और फर्जी अटेंडेन्स और हस्ताक्षर कर कागजों पर ट्रेनिंग दे दिया और 8 करोड़ की राशी सरकार से लेकर घपला कर लिया।
इसी मामले की जांच करने अररिया पहुंचे जहां उन्होंने रजिस्टर में अंकित छात्रों से पूछताछ की तो पाया की सारा स्पोकन का कोर्स कागजों पर ही हुआ है। छात्रों ने भी बताया की उन्हें संस्था के द्वारा 4 से 5 दिन ही कोर्स कराकर उनसे हस्ताक्षर और फोटो खींच लिया गया पूरा कोर्स भी नहीं हुआ।
वहीं इस मामले पर अररिया पहुंचे निगरानी के एएसपी ने कहा की सरकार ने इस मामले की जांच का जिम्मा निगरानी को सौपा है। जांच के क्रम में पाया गया है की किसी भी जिले में कोर्स कराया ही नहीं गया है कई तो ऐसे छात्रों का भी नाम है जो कभी क्लास करने गये भी नहीं है और उनका नाम भी अंकित है।
इस मामले में 4 आइएएस पदाधिकारी सहित British Lingua नामक संस्था के संस्थापक बिमल झा और अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी पहले ही दर्ज की जा चुकी है। उन्होंने कहा की इस घपले में तत्कालीन जिला कल्याण पदाधिकारी भी शामिल है क्योंकि इस कार्यक्रम की देख रेख उन्ही को करना था। इन सब पर प्रथिमिकी दर्ज कर निगरानी के द्वारा जांच की जा रही है जो भी दोषी है उनपे करवाई भी होगी।
बता दें कि बिहार सरकार ने सन 2012-15 में महादलित समुदाय की विकास के लिए बिहार महादलित विकास मिशन के तहत एक योजना चलाया था, जिसमें बिहार के सभी 38 जिलों में महादलित समुदाय के छात्रों के लिए Spoking English का कोर्स कराना था। बिहार सरकार ने इसकी जिम्मेदारी British Lingua नामक संस्था को सौंपी थी और इस काम के लिये सरकार ने संस्था से 12 करोड़ में इकरारनामा किया गया।
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