नदी के अंदर मौत के कुएं में फंसा लड़का, बचाने पहुंचा दोस्त और वो भी हो गया लापता
Bihar news, बिहार। बिहार के भोजपुर में मां सरस्वती की मूर्ति विसर्जन के दौरान दो दोस्तों की डूबकर दर्दनाक मौत हो गई। एक का शव बरामद कर लिया गया है, जबकि दूसरे की तलाश जारी है। घटना से गुस्साए परिजनों ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर हंगामा और नारेबाजी की।
मां सरस्वती की प्रतिमा विसर्जन के बाद हुई घटना
घटना भोजपुर जिले के सहार थाना इलाके के खैरा सोन नदी घाट की है। बीते सोमवार को नारायणपुर थाना क्षेत्र के मेहंदीचक गांव के रहने वाले विजय सिंह के 16 वर्षीय पुत्र रितेश कुमार और संजय सिंह के पुत्र दिलीप कुमार मां सरस्वती की प्रतिमा विसर्जन करने अपने दोस्तों के साथ सोन नदी के किनारे गए थे।
मौत के गड्ढे में फंसकर दो दोस्तों की मौत
विसर्जन के बाद दिलीप नदी में नहाने के लिए पानी में उतर गया और डूबने लगा। दोस्त को डूबता देख रितेश उसे बचाने पानी में कूद पड़ा। रितेश ने दिलीप को बचाने की काफी कोशिश की, लेकिन नदी के पानी के नीचे गड्ढे में दोनों फंस गए। ग्रामीणों ने दिलीप की लाश को तो ढूंढकर निकाल लिया, लेकिन घटना अब तक रितेश का शव बरामद नहीं हो सका है।
परिजनों ने किया हंगामा
मृतक के परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। दूसरे छात्र का शव नहीं मिलने को लेकर मंगलवार सुबह से ही भाकपा-माले के नेताओं के नेतृत्व में गुस्साए ग्रामीणों ने घटनास्थल के पास की सड़क आरा-अरवल मुख्य मार्ग को सहार के पास जाम कर दिया है। मौके पर पहुंचे सहार बीडीओ मनीष कुमार, सहार अंचलाधिकारी अशोक कुमार चौधरी और सहार थानाध्यक्ष हरेंद्र कुमार को आक्रोशित लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा।
पुलिस पर गंभीर आरोप
लोगों का आरोप है कि स्थानीय पुलिस ने बालू कंपनी से मिलकर नदी में अवैध उत्खनन कर बड़े-बड़े गड्ढे बनाये जाने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की। लोगों का कहना है कि नदी में पानी कम होने के बावजूद जहां-तहां बड़े गड्ढे बना दिए गए, जिस वजह से दोनों लड़कों की उसमे फंसने से मौत हो गई।
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